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RSS पर नफरत फैलाने का लगाया आरोप, कहा- ये भगवान राम पर राजनीति कर रहे : सीएम भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और संघ पर हमला बोला. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग नफरत फैला रहे हैं. इनके दिलों में नफरत है और ऐसे दिलों को नहीं जीता जा सकता. इस देश में विविधता है और यही हमारी सबसे ताकत है. भाजपा की स्वीकार्यता पर सवाल उठाते हुए बघेल ने कहा कि आपकी भले ही 2 बार से केंद्र में सरकार में हैं, लेकिन आपकी स्वीकार्यता पूरे देश में नहीं है. आप भले कहें कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी हैं, लेकिन साउथ में आपकी स्थिति क्या है? नार्थ ईस्ट में क्या है? आप तोड़-तोड़कर सरकार बनाते हैं.

भगवान श्रीराम और श्री कृष्ण का उदाहरण देते हुए सीएम भूपेश ने कहा भगवान राम ने सबको गले लगाया. चाहे केवट, जटायु, सबरी, वानर उन्होंने सबको गले लगाया. रावण का वध हो गया तब भगवान राम ने अपने अनुज लक्ष्मण को ज्ञान लेने उनके पास भेजा. इस चरित्र में क्या यह लोग हैं? इन लोग ने राम में जो करुणा, दया, प्रेम है उसको स्वीकार नहीं किया है. कृष्ण ने सत्य के लिए लड़ाई लड़ी, धर्म के लिए लड़ाई लड़ी. गीता जैसे उपदेश दिया. यह लोग किस रास्ते पर हैं. यह लोग किसको गले लगाए हैं. यह तो नफरत फैला रहे हैं. नफरत से दिलों को नहीं जीता जा सकता.

दरअसल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के दौरे से लौटे हैं. रायपुर एयरपोर्ट में मीडिया से बातचीत में आरएसएस और केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. आरएसएस की तुलना राम और कृष्ण से करने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भगवान राम ने तो सबको गले लगाया. चाहे केवट, जटायु , सबरी, वानर उन्होंने सबको गले लगाया और तो और रावण का वध हो गया तब अपने अनुज को ज्ञान लेने के लिए रावण के पास भेजा. इस चरित्र में है क्या ये लोग?

शिकागो में स्वामी विवेकानंद के भाषण का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश की खासियत बताई है. उन्होंने कहा कि इस देश में विविधता है और यही हमारी ताकत है. हिंदुस्तान में जो सामाजिक ताना-बाना है. ऐसा यंत्र है जो सब को पचा लेता है. सबको अपने में समाहित कर लेता है. दुनिया में अनेक जातियां उभरी. देश बने लेकिन वह ऊंचाई पर भी पहुंचे लेकिन आज उसका अस्तित्व समाप्त हो गया. हिंदुस्तान का अस्तित्व समाप्त नहीं हुआ क्योंकि उसमें पचाने की क्षमता है. सब को स्वीकार करने की क्षमता, ताकत है. विवेकानंद ने शिकागो में ठीक कहा था. दुनिया भर के जो धर्म के नाम पर सताए लोग हैं उनको पनाह दिया, मैं उस देश से आता हूं.

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