रायपुर. एसोसिएशन ऑफ़ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया (AHPI) चिकित्सा और शैक्षणिक संस्थानो का राष्ट्रीय संगठन है, जिसका लक्ष्य शासन से नीति सम्बंधित समवन्य स्थापित कर चिकित्सा सुविधाओं को जनसामान्य की पहुँच में लाकर चिकित्सा विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. जाने माने चिकित्सकीय नीति विशेषज्ञ डॉ. अलेक्जेंडर थॉमस इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष और अस्पताल गुणवत्ता नियंत्रण कार्यक्रम को मान्यता देने वाले NABH बोर्ड की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ. गिरधर जे ज्ञानी इसके राष्ट्रीय डायरेक्टर जनरल हैं.
हाल ही में AHPI छत्तीसगढ़ की कार्यकारिणी का पुनर्गठन हुआ है जिसमें डॉ. राकेश गुप्ता AHPI छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष बने हैं. छत्तीसगढ़ चैप्टर में प्रदेश के बहुत से जाने माने डॉक्टर और चिकित्सा जगत से जुड़े अन्य लोग जैसे अस्पताल प्रशासक, नर्सिंग कॉलेज और अन्य पैरामेडिकल क्षेत्र के विशेषज्ञ सदस्य हैं. अतुल सिंघानिया AHPI छत्तीसगढ़ चैप्टर के सेक्रेटरी बनाये गए हैं.
AHPI छत्तीसगढ़ चैप्टर ने 02 सितंबर 2022 को संकमण नियंत्रण और स्टरलाइजेशन विषय पर वेबिनार आयोजित किया जिसमें राष्ट्रीय वक्ता के रूप में रूबी हॉल क्लिनिक पुणे से क्वालिटी और इन्फेक्शन कण्ट्रोल चेयरपर्सन डॉ. नीता मुंशी एवं रामकृष्णा हॉस्पिटल रायपुर की माइक्रोबयोलॉजिस्ट और इन्फेक्शन कण्ट्रोल विशेषज्ञ डॉ. सबा जावेद ने अस्पतालों में इन्फेक्शन कण्ट्रोल करने के लिए डिसइंफेक्शन और स्टरलाइजेशन के महत्व और इनकी कारगार तकनीकों के बारे में बताया. बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के चिकित्सा जगत के लोग इस वेबिनार में शामिल हुए.
AHPI छत्तीसगढ़ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि आने वाले समय में अस्पतालों की गुणवत्ता बढ़ाने से सम्बंधित अन्य विषयों पर भी वेबिनार का आयोजन किया जाएगा. साथ ही अस्पतालों को NABH से होने वाले लाभ एवं NABH संबंधित प्रक्रिया बताने के लिए भी वेबिनार का आयोजन किया जाएगा. डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि अस्पतालों में 5000 रुपए से ऊपर के कमरे पर लगने वाले GST, बायो मेडिकल वेस्ट के शुल्क, नर्सिंग कॉलेजों में रिक्त रह जा रही सीटों और नर्सिंग पाठ्यक्रम के स्तर में लगातार सुधार जैसे विषयों को AHPI छत्तीसगढ़ द्वारा सम्बंधित मंत्रियों एवं अधिकारीयों के संज्ञान में लाया गया है. डॉ. गुप्ता ने छत्तीसगढ़ के चिकित्सा प्रदाता सभी संस्थाओं से अपील की है कि चिकित्सा प्रदान करने से जुडी कोई भी समस्या और बेहतरी के लिए सुझावों को AHPI के संज्ञान में लाएं जिससे पूरी हेल्थकेयर इंडस्ट्री को इन सुधारों का फ़ायदा मिल सके.