
इसरो का ऐतिहासिक मिशन चंद्रयान-3 तेजी से चांद की तरफ बढ़ रहा है. शुक्रवार को इसरो ने बताया कि अंतरिक्ष यान प्रेक्षपण के बाद से लगभग दो-तिहाई दूरी तय कर चुका है. इसरो की ओर से शुक्रवार को ट्वीट करके यह जानकारी दी गई है. इसरो ने कहा कि वर्तमान समय में चंद्र मिशन सामान्य स्थिति में है.
कक्षा में प्रवेश के बाद क्या
इसरो के मुताबिक, चंद्रयान-3 शनिवार शाम को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा. तब यान चांद की सतह से करीब 40 हजार किलोमीटर दूर होगा. चूंकि चांद की गुरुत्वाकर्षण शक्ति धरती से छह गुना कम है, इस वजह से यान की गति कम करनी पड़ेगी.
प्रवेश नहीं कर पाया तो
चंद्रयान-3 अभी 288 गुणा 3,69, 328 किलोमीटर की ट्रांस लूनर ट्रैजेक्टरी में है. अगर यह चांद की कक्षा में प्रवेश नहीं कर पाता है, तो 230 घंटे बाद यह धरती की पांचवीं कक्षा वाले ऑर्बिट में लौट आएगा. इसके बाद इसरो के वैज्ञानिक एक और कोशिश करेंगे.
नासा के रोवर चांद पर जाने को तैयार
अधिकारियों के मुताबिक, पांच से 17 अगस्त तक चंद्रयान-3 चंद्रमा के चक्कर लगाएगा. 17 अगस्त को विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर प्रोपल्शन मॉड्यूल में अलग हो जाएंगे. इसके बाद 23 अगस्त को शाम 5.45 बजे चंद्रयान-3 सॉफ्ट लैंडिंग करेगा.