मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सनावल में जल संसाधन विभाग के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर उमाशंकर राव को निलंबित करने का निर्देश दिया है। स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री ने शिकायत की थी कि कनहर अंतरराज्यीय सिंचाई परियोजना प्रभावितों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। उनका व्यवस्थापन भी नहीं हो पाया है। नाराज मुख्यमंत्री ने AE को निलंबित करने का निर्देश दिया। इसके आधे घंटे के भीतर जल संसाधन विभाग ने भी निलबंन आदेश जारी कर दिया।
गुरुवार को मुख्यमंत्री ने रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र के डौरा में चौपाल लगाई। इस दौरान एक बुजुर्ग महिला कबिलासो ने राशन कार्ड नहीं होने की शिकायत की। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधिकारियों ने वहीं महिला को राशन कार्ड बनाकर दिया। चौपाल के दौरान ही राशन कार्ड बन गया तो खुद मुख्यमंत्री ने महिला को सौंपा। मुख्यमंत्री ने पूछा, अब तो खुश हो दाई । मुख्यमंत्री के इतना कहते ही कबिलासो भावुक हो उठीं और उनके दोनों हाथ आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री के सर पर रख दिये। मुख्यमंत्री बघेल ला आशीर्वाद देंत हों, बघेल बहुत बने हे, आज तुरन्त मोर काम हो गे हे’। बुधवार को भी मुख्यमंत्री के सामने ऐसे मामले आए थे।
सामरी विधानसभा में कुसमी की एक बुजुर्ग महिला ने गरीबी रेखा से उसका नाम नहीं होने की शिकायत की थी। उसका कहना था इसके लिए वह सरकारी कार्यालयों में भटक रही है।
इस शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने कुसमी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी एसके दुबे को निलंबित कर दिया था। उस समय भी अधिकारियों को हिदायत दी गई थी कि लगातार हिदायत के बावजूद भी अगर जनता को परेशान होना पड़ेगा तो कार्रवाई निश्चित है, इतना समझ लें।