
Delhi Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा के बाद भाजपा ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल की सरकार और उनकी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए आप की सूची को ‘जमानती अपराधियों की लिस्ट’ करार दिया।
‘अपराधियों को टिकट, सौदेबाजी की राजनीति’
वीरेंद्र सचदेवा ने AAP पर भ्रष्टाचार और अपराधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने गैंगस्टरों और महिला उत्पीड़कों को टिकट दिया है। सचदेवा ने अमानतुल्लाह खान, नरेश बालयान, सोमनाथ भारती और दिनेश मोहनिया जैसे नामों का हवाला देते हुए कहा कि ये सभी गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। यह स्थिति AAP के कथित “ईमानदारी और पारदर्शिता” के दावे पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।
झुग्गी बस्तियों के मुद्दे पर आप सरकार फेल
वीरेंद्र सचदेवा ने आप सरकार पर झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब तबके की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि झुग्गी बस्तियों में गंदगी, खराब पानी की आपूर्ति, और बढ़े हुए बिजली के बिल जैसे मुद्दे लगातार बने हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा इन समस्याओं को दूर करने और इन बस्तियों के निवासियों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है।
AAP के विकास मॉडल पर उठे सवाल
दिल्ली सरकार का ‘विकास मॉडल’ बार-बार सुर्खियों में रहा है, लेकिन विपक्ष ने इसे महज प्रचार का माध्यम बताया है। भाजपा का कहना है कि आप सरकार ने जनता से किए वादों को पूरा करने के बजाय सिर्फ अपनी छवि चमकाने में ध्यान लगाया। शिक्षा, स्वास्थ्य और झुग्गी विकास के वादे सिर्फ खोखले साबित हुए हैं।
आप का ‘लोकतंत्र’ बनाम ‘गुंडाराज’?
AAP की ओर से जिन नेताओं को टिकट दिया गया है, उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अरविंद केजरीवाल का लोकतंत्र के प्रति दावा वास्तव में एक facade है? भाजपा का यह भी आरोप है कि केजरीवाल सरकार में फैसले पैसे और सौदेबाजी पर आधारित हैं।
भाजपा की तैयारियां और रणनीति
हालांकि भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, लेकिन पार्टी का जोर झुग्गी-झोपड़ी और कमजोर वर्गों को जोड़ने पर है। भाजपा प्रवास अभियान के तहत नेता सीधे जनता से संवाद कर रहे हैं और केजरीवाल सरकार की खामियां गिनवा रहे हैं।
जनता करेगी फैसला
दिल्ली चुनाव 2025 न केवल AAP और भाजपा के लिए अहम है, बल्कि यह जनता के सामने विकल्प चुनने का मौका भी है। एक तरफ जहां केजरीवाल सरकार अपने “काम” के दम पर चौथी बार सत्ता में आने की उम्मीद कर रही है, वहीं भाजपा ने विकास और अपराध मुक्त दिल्ली का वादा किया है।
क्या जनता केजरीवाल सरकार के ‘झूठे वादों’ को नकार देगी या फिर AAP को एक और मौका मिलेगा? यह चुनावी परिणाम ही बताएगा।