चंडीगढ़ : लुधियाना के DMC अस्पताल में उस वक्त हंगामा मच गया जब हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने पहुंचे किसानों को पुलिस ने रोक दिया। पुलिस का कहना था कि उन्हें “ऊपर से आदेश” मिले हैं। इस पर किसानों ने सवाल किया कि ये आदेश किसने दिए हैं और उन्हें बुलाने की मांग की। पुलिस ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया, जिससे गुस्साए किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया।
स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस ने दो किसान नेताओं को हिरासत में लिया और थाने ले गई। लेकिन कई किसान अब भी DMC अस्पताल के बाहर डटे हुए हैं, डल्लेवाल से मिलने की अपनी जिद पर अड़े हैं।
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक
इस बीच, खनौरी बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक शुरू हो चुकी है। वे अपने आंदोलन की नई रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। आज किसान नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संघर्ष के अगले कदम की घोषणा करेंगे।
अमृतसर से 100 किसानों का जत्था रवाना
पंजाब के अमृतसर के पंधेर कलां गांव से 100 से अधिक किसानों का जत्था खनौरी बॉर्डर की ओर रवाना हो चुका है। सरवन सिंह पंधेर ने किसानों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर भारी संख्या में पहुंचने की अपील की। यह जत्था प्रदर्शन को और तेज करेगा।
डल्लेवाल का परिवार: “दादा दबने वाले नहीं”
डल्लेवाल के पोते जिगरजोत सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उनके दादा को हिरासत में लिए जाने के बावजूद वे संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे खनौरी पहुंचकर मोर्चे को मजबूत करें।
58 घंटे से पुलिस हिरासत में डल्लेवाल
जगजीत सिंह डल्लेवाल, जिन्हें 26 नवंबर को आमरण अनशन शुरू करना था, को पुलिस ने उससे पहले ही हिरासत में ले लिया। 58 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं और उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया गया है। उनकी पहली तस्वीर बुधवार को DMC अस्पताल से सामने आई, जहां पुलिस के पहरे में उनका इलाज चल रहा है।
फसलों के MSP समेत 13 मुद्दों पर संघर्ष
डल्लेवाल का मरणव्रत तीसरे दिन भी जारी है। 68 वर्षीय कैंसर पीड़ित डल्लेवाल, फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत 13 मुद्दों को लेकर पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक डल्लेवाल को रिहा नहीं किया जाता, वे किसी भी बातचीत के लिए तैयार नहीं होंगे।
पंजाब सरकार पर दबाव बढ़ रहा है, लेकिन बुधवार को हुई मीटिंग बेनतीजा रही। आज सरकार और किसानों के बीच तनाव अपने चरम पर है।