हुंडई इंडिया भारत का सबसे बड़ा आईपीओ ला रहा है। यह एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपये के आरंभिक शेयर बिक्री को पार कर जाएगा। कंपनी ने घोषणा की कि एचएमआईएल की आरंभिक शेयर-बिक्री 17 अक्टूबर को समाप्त होगी और एंकर निवेशकों के लिए बोलियां 14 अक्तूबर को एक दिन के लिए खुलेंगी।
यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा, जो एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपये की आरंभिक शेयर बिक्री को पार कर जाएगा। कंपनी ने घोषणा की कि एचएमआईएल की आरंभिक शेयर-बिक्री 17 अक्टूबर को समाप्त होगी तथा एंकर निवेशकों के लिए बोलियां 14 अक्टूबर को एक दिन के लिए खुलेंगी।
प्रस्तावित आईपीओ पूरी तरह से प्रमोटर हुंडई मोटर कंपनी द्वारा 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) है, जिसमें कोई नया निर्गम घटक नहीं है। यह घटनाक्रम भारतीय उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि यह जापानी कार निर्माता मारुति सुजुकी की 2003 में सूचीबद्धता के बाद दो दशकों में किसी वाहन निर्माता की पहली आरंभिक शेयर बिक्री है।
दक्षिण कोरियाई मूल कंपनी ओएफएस मार्ग के माध्यम से अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रही है। चूंकि यह सार्वजनिक निर्गम पूरी तरह से ओएफएस है, इसलिए मारुति सुजुकी इंडिया के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड को आईपीओ से कोई आय नहीं मिलेगी।
एचएमआईएल ने कहा कि उसे उम्मीद है कि इक्विटी शेयरों की लिस्टिंग से “हमारी दृश्यता और ब्रांड छवि बढ़ेगी तथा शेयरों के लिए तरलता और सार्वजनिक बाजार उपलब्ध होगा”। मूल्य बैंड के ऊपरी स्तर पर आईपीओ का आकार 27,870 करोड़ रुपये आंका गया है तथा निर्गम के बाद कंपनी का बाजार मूल्यांकन लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये आंका गया है।