LacLacIndia China Border: लगभग पांच साल बाद भारत और चीन के सैनिक एक खास मौके पर साथ मिलकर दिवाली मनाएंगे। पूर्वी लद्दाख की सीमा पर इस बार मिठाईयों का आदान-प्रदान होगा, जो आपसी सौहार्द का प्रतीक है। हाल ही में एक महत्वपूर्ण समझौते के तहत दोनों देशों ने एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के डेमचोक और देपसांग इलाकों से सैनिकों को वापस बुला लिया है। अब जल्द ही इन इलाकों में गश्त भी शुरू हो जाएगी।
भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने उम्मीद जताई है कि इस समझौते के बाद दोनों देशों के संबंध बेहतर होंगे और असहमति से कोई बाधा नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि असल में यह जरूरी है कि दोनों देश मतभेदों को कैसे संभालते हैं।
India China Border: एलएसी पर चार साल से ज्यादा समय से चल रहे तनाव के बाद यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। गलवान घाटी में 2020 की झड़प के बाद से ही भारत और चीन के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे, लेकिन अब हालात सुधरने की ओर हैं।
भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, पीछे हटने के बाद सत्यापन का काम जारी है और स्थानीय कमांडरों के बीच गश्त के तरीके तय किए जाएंगे। दिवाली पर मिठाइयों का आदान-प्रदान करना सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बड़ी सफलता मानी जा रही है। हालांकि, मिठाई का आदान-प्रदान कहां किया जाएगा, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह कदम दोनों देशों के रिश्तों में मिठास भरने का प्रयास है।