कटते-कटते फिर जुनेजा को मिला टिकट

रायपुर. कांग्रेस की अंतिम सूची जारी होने के साथ ही रायपुर उत्तर विधानसभा सीट की उम्मीदवारी को लेकर लग रहे तमाम कयास थम गए. अब तस्वीर साफ है. कांग्रेस से सिटिंग एमएलए कुलदीप जुनेजा और भाजपा के पुरंदर मिश्रा चुनाव मैदान में आमने-सामने होंगे. राजधानी की इकलौती सीट थी जहां दोनों दलों में दावेदारों की लंबी लाइन थी. रायपुर दक्षिण से भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर पश्चिम से कांग्रेस के विकास उपाध्याय और रायपुर ग्रामीण से शर्म परिवार की दावेदारी पर शक की कोई गुंजाइश नहीं थी. उत्तर में जाति फैक्टर भी कुछ ज्यादा ही हावी था.
अटकलें लगना तभी शुरू हो गई थी जब महापौर एजाज ढेबर ने यहां से टिकट की दावेदारी की थी. इसे सेफ सीट मानकर सभी जोर लगा रहे थे. हालांकि कुछ रस्साकशी के बाद महापौर का नाम टिकट की रेस से बाहर हो गया. इस बीच डॉ. राकेश गुप्ता का नाम तेजी से उभर कर सामने आया. जब लगा कि उनका नाम तय हो गया है, तभी पार्षद अजीत कुकरेजा का नाम भी तेजी से ऊपर आया. कांग्रेस की तीसरी सूची में इस युवा का नाम जुड़ते-जुड़ते रह गया.
सिंधी समाज का फैक्टर भी था. जब भाजपा ने यहां से सिंधी समाज को टिकट नहीं दिया तो चर्चा थी कि कांग्रेस यहां से समाज को प्रतिनिधित्व दे सकती है. ऐसे में विधायक कुलदीप जुनेजा का टिकट कटने की पूरी संभावना बना गई थी, लेकिन ऐन वक्त पर जुनेजा की लामबंदी काम आई और वे टिकट लाने में कामयाब हुए.