ऋषिकेश: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यमकेश्वर में अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने के कारण मरीजों और गर्भवती महिलाओं को करीब 60-70 किमी दूर कोटद्वार और ऋषिकेश जाना पड़ता है। खराब सड़कों के कारण गर्भवती महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी होती है। विभाग का कहना है कि अस्पताल की आबादी के अनुसार अल्ट्रासाउंड सुविधाएं नहीं दी जा सकतीं।
केंद्र और राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही हैं, लेकिन इसका फायदा मरीजों तक नहीं पहुंच रहा। मातृत्व वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को मुफ्त स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जाता है, लेकिन सुविधाओं की कमी से ग्रामीणों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। यमकेश्वर ब्लॉक की लगभग 83 ग्राम पंचायतें इस स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर हैं, और प्रतिदिन 10-15 गर्भवती महिलाएं यहां जांच के लिए आती हैं।
अल्ट्रासाउंड की कमी के कारण मरीजों को ऋषिकेश और कोटद्वार के निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि केंद्र में अल्ट्रासाउंड की सुविधा होती तो उन्हें इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती। बरसात के मौसम में खराब सड़कों की स्थिति और भी मुश्किलें पैदा करती है।