नई दिल्ली. प्रीमियम ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस में शाही ट्रेनों पैलेस ऑन व्हील और महाराजा एक्सप्रेस की तरह यात्री सुविधाएं शुरू की जा रही हैं. इसके तहत हाउस कीपिंग, कैटरिंग, पेयपदार्थ, यात्रा संबंधी सामग्री मिलेगी. साथ ही एक समर्पित सहायक ट्रेन में सवार होते और उतरते समय यात्रियों की सेवा में हाजिर रहेगा.
वंदे भारत में यात्री सेवा की कमान राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की पेशेवर कंपनी को सौंपी जाएगी. इस बाबत रेलवे बोर्ड ने 23 नंवबर को सिर्फ वंदे भारत ट्रेनों के लिए समर्पित नई नीति यात्री सेवा अनुबंध (वाईएसए) को जारी किया है. इसमें दक्षिण भारत में चल रही चेन्नई-तिरुनेलवेली, चेन्नई-कोयम्बटूर, चेन्नई-मैसूर, तिरुवनंतपुरम-कासरगोड, चेन्नई-विजयवाड़ा सहित छह जोड़ी (12 वंदे भारत ट्रेन) वंदे भारत ट्रेनों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत वाईएसए शुरू की जाएगी. इसके पश्चात सभी वंदे भारत में इसे लागू किया जाएगा.
ये सेवाएं मुफ्त मिलेंगी
वंदे भारत में यात्रियों को अतिरिक्त सुविधाएं मुफ्त में मिलेगी. इसके लिए रेलवे की ओर से पेशेवर कैटरिंग कंपनियों को कोच में विज्ञापन का अधिकार दिया जाएगा. इसके अलावा कैटरिंग, पेयपदार्थ, ऑफ बोर्ड यात्री सेवाएं के जरिए कमाई कर सकेंगे.
सुझाव लिए जाएंगे
यात्रियों से वाईएसए एप, रेल मदद एप पर फीडबैक लिया जाएगा. इसके 70 फीसदी अंक होंगे. थर्ड पार्टी के ऑडिट के 20 व भारतीय रेल के निरीक्षण के 10 फीसदी अंक जुड़ेंगे.
चलती ट्रेन में ही समस्या का समाधान किया जाएगा
वंदे भारत में कंपनी का एक पेशेवर सहायक तैनात होगा, जो यात्रियों की समस्याएं दूर करेगा. इसमें सूचना व मनोरंजन, टॉयलेट में पानी, मोबाइल चार्जिंग में खराबी आदि का चलती ट्रेन में समाधान किया जाएगा. अभी यह व्यवस्था शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील और महाराजा एक्सप्रेस में है.