प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अक्टूबर को छोटी दिवाली के मौके पर अयोध्या जा सकते हैं. पीएमओ के सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी इस बार अयोध्या में अयोजित दीपोत्सव में शामिल होंगे. दिवाली के मौके पर वह सबसे पहले रामलला के दर्शन करेंगे. इसके बाद वह मंदिर निर्माण की प्रगति रिपोर्ट देखकर स्थिति की समीक्षा भी करेंगे. इससे पहले वह 21-22 अक्टूबर को बद्रीनाथ और केदारनाथ जाएंगे. जहां वह दर्शन पूजन के साथ ही केदारनाथ में चल रहे विकास परियोजनाओं का निरीक्षण भी करेंगे.
प्रधानमंत्री के दिवाली पर अयोध्या पहुंचने की सूचना पर जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है. यह उत्तर प्रदेश सरकार का अयोध्या में छठां दीपोत्सव होगा. राम की पैड़ी घाट पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में हर साल खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचते रहे हैं. इस बार भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री के साथ मौजूद रहेंगे. यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार आयोजित कर रही है. इस साल दिवाली पर अयोध्या में 17 लाख दीये जलाने का लक्ष्य तय किया गया है. जबकि पिछले साल कुल नौ लाख दीये जलाए गए थे. वहीं वर्ष 2020 में कुल 5.84 लाख दीये जले थे.
पीएमओ से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री बद्रीनाथ में ही रात्रि विश्राम करेंगे और अगले दिन दोबारा दर्शन पूजन करेंगे. इस प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बद्रीनाथ मास्टर प्लान की समीक्षा करेंगे. प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे. वह 11 अक्टूबर को भी बद्रीनाथ पहुंचे थे. उन्होंने इस दौरान मीडिया को बताया था कि सभी चालू परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं. सभी प्वाइंटों पर तेजी से काम चल रहा है.
प्रधानमंत्री की निगरानी में बन रही केदारपुरी
मुख्यमंत्री धामी ने बताया था कि केदारपुरी के निर्माण कार्य की निगरानी खुद प्रधानमंत्री कर रहे हैं. उन्हीं के दिशा निर्देशों पर यहां काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि परियोजना दिसंबर 2023 में पूरी होगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने केदारनाथ में अन्य रीडवलपमेंट प्रोजेक्ट की समीक्षा किया है. इसके अलावा बद्रीनाथ मास्टर प्लान के लिए भी तेजी से काम चल रहा है. इन सभी परियोजनाओं पर भी प्रधानमंत्री की खास नजर है.