PM नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में छात्रों से बातचीत कर उनके कई सवालों के जवाब दिए

नई दिल्ली . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में छात्रों से बातचीत कर उनके कई सवालों के जवाब दिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि तनाव से बचने और काम को कुशल तरीके से अंजाम देने के लिए समय का प्रबंधन जरूरी है. छात्रों को यह गुर अपनी मां से सीखना चाहिए.
कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश के चंबा की छात्रा आरुषि ठाकुर और रायपुर की अदिति ने पीएम से पूछा कि पढ़ाई के लिए समय का प्रबंधन किस तरह किया जाना चाहिए. जवाब में उन्होंने कहा, क्या आपने कभी अपनी मां के समय प्रबंधन कौशल को देखा है? एक मां कभी भी भारी काम का बोझ महसूस नहीं करती है.
मां के पास सबसे ज्यादा काम होता है, पर उसका समय प्रबंधन इतना अच्छा होता है कि हर काम समय पर होता है. आपको माइक्रो मैनेजमेंट करना है कि किस विषय को कितना समय देना है. केवल परीक्षा ही नहीं, हमें जीवन में हर स्तर पर समय प्रबंधन पर जागरूक रहना चाहिए.
जीत का दबाव हर जगह
मोदी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जीत का दबाव हर क्षेत्र में होता है. हम राजनीति में कितने ही चुनाव क्यों न जीत लें, लेकिन ऐसा दवाब पैदा किया जाता है कि हमें हारना नहीं है. क्या हमें इन दबावों से दबना चाहिए? अगर आप अपने कार्य पर फोकस रहते हैं तो आप ऐसे संकट से बाहर आ जाएंगे.
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है. बच्चों पर जो अभिभावक, शिक्षक और समाज का दवाब रहता है, उसको समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं हमारे बीच समाधान देने के लिए उपस्थित हुए हैं. -धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री
एक सवाल के जवाब में पीमए ने कहा कि आज हमारे छात्र अपने शिक्षक की बात को बहुत मूल्यवान समझते हैं. शिक्षक को डंडा लेकर अनुशासन वाला रास्ता न चुनकर अपनेपन का रास्ता अपनाना चाहिए. इससे तालमेल ज्यादा बेहतर होगा.
एक परीक्षा के कारण जीवन नहीं रुकता
एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, हम दिन-रात प्रतिस्पर्धा के भाव में जीते हैं. निराशा का भाव कभी अपने अंदर न आने दें. एक परीक्षा के कारण जीवन रुकता नहीं है. हमें सबसे सीख लेकर अपने भीतर के सामर्थ्य पर भी बल देना चाहिए.