उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार अतीक की पत्नी शाइस्ता पर इनाम बढ़ाकर 1 लाख करेगी पुलिस

उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही है. पुलिस का मानना है कि शाइस्ता की गिरफ्तारी के बाद उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े कई राज सामने आएंगे. इसलिए अब पुलिस ने उस पर इनाम बढ़ाने की तैयारी कर ली है. शाइस्ता पर इनामी राशि एक लाख करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है.
धूमनगंज पुलिस ने उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या की एफआईआर दर्ज करने के बाद शाइस्ता पर ध्यान नहीं दिया था. पुलिस को शुरू में नहीं लगा कि शाइस्ता भी इस हत्याकांड में शामिल हो सकती है. पुलिस ने अतीक के करीबियों को पकड़ा तब पता चला कि शाइस्ता ने ही शूटरों को आईफोन और रुपये मुहैया कराए थे, मगर तब तक वह फरार होे चुकी थी. उस पर 25 हजार का इनाम घोषित हो गया. बाद में इनाम की राशि बढ़ाकर 50 हजार रुपये की गई. अब पुलिस शाइस्ता पर इनामी की राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये करने का प्रस्ताव बना रही है.
शूटरों ने बर्नर फोन-सिम का इस्तेमाल तो नहीं किया
अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारों के पास विदेशी असलहे कहां से आए. उनके पास उस वक्त मोबाइल क्यों नहीं मिला. अब सवाल उठने लगा है कि क्या इन शूटरों ने बर्नर फोन का इस्तेमाल किया था. अपनी कॉल डिटेल व लोकेशन छिपाने के लिए शूटरों ने बर्नर फोन और सिम इस्तेमाल कर उनको नष्ट कर दिया. इन सवालों ने एसआईटी को उलझाकर रखा है. हर बिंदु पर जांच चल रही है. अतीक-अशरफ की हत्या में पकड़े गए सनी सिंह, अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी को रिमांड पर लेकर एसआईटी गहन पूछताछ कर रही है.
तीन फोन बरामद
एसआईटी ने अतीक के तीनों हत्यारोपियों निशानदेही पर दो मोबाइल फोन बरामद किए थे. हालांकि उसमें सिम कार्ड न होने की बात सामने आई है. एसआईटी मोबाइल नंबर का पता लगाकर कॉल डिटेल खंगाल रही है.
क्या होता है बर्नर फोन
बर्नर फोन और सिम का इस्तेमाल अपनी पहचान छिपाने के लिए किया जाता है. इसमें इंटरनेट की सुविधा नहीं होती है. केवल कॉल और मैसेज ही कर सकते हैं. पुलिस से बचने के लिए इसमें इस तरह के फीचर बनाए गए होते हैं कि लोकेशन न मिले.