दोहा. एक दिवसीय यात्रा पर रविवार को कतर की राजधानी दोहा पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वहां के नेताओं से भारत-कतर के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने तथा आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की. विदेश मंत्री ने कतर की राजधानी पहुंचने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जसीम अल थानी से बातचीत की.
अल थानी से मुलाकात के बाद जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, राजनीतिक, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए बातचीत की. क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर पर भी विचार-विमर्श किया. गाजा की स्थिति पर उनके दृष्टिकोण की सराहना करता हूं. उन्होंने कतर के अमीर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं भी दीं. जयशंकर की यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था, भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. दोनों देशों के नेताओं व अन्य लोगों की नियमित यात्रा इसकी गवाह है. जयशंकर की यात्रा कतर द्वारा आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा करने के साढ़े चार महीने बाद हो रही है, जिन्हें अगस्त 2022 में गिरफ्तार होने के बाद मौत की सजा सुनाई गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 14-15 फरवरी को कतर का दौरा किया था और वहां के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ चर्चा की. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर की यह तीसरी आधिकारिक यात्रा है.