
द्रास (लद्दाख) . रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम देश का सम्मान और प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. अगर हमें उकसाया गया और जरूरत पड़ी तो हम एलओसी को पार कर जाएंगे. साथ ही उन्होंने नागरिकों से ऐसी स्थिति में सैनिकों के समर्थन के लिए तैयार रहने का भी आह्वान किया.
करगिल युद्ध स्मारक में 24वें करगिल विजय दिवस पर उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि यह युद्ध एक साल से भी अधिक समय से चल रहा है, क्योंकि वहां के नागरिक युद्ध में हिस्सा ले रहे हैं. करगिल युद्ध का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह भारत पर थोपा गया था. जिस वक्त पाकिस्तान के साथ भारत बातचीत से मुद्दों की सुलझाने की कोशिश कर रहा था उस वक्त पाक ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा. उन्होंने कहा, ऑपरेशन विजय के दौरान भारतीय सेना ने दुनिया को यह संदेश दिया था कि जब देश के हित की बात आएगी तो सेना किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेगी.