पुणे . महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि अन्य वर्गों के आरक्षण को प्रभावित किए बिना मराठा समुदाय को आरक्षण देना उनकी सरकार की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि इस बाबत काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है.
शिंदे प्रसिद्ध अंबाबाई मंदिर में देवी महालक्ष्मी के दर्शन करने के बाद कोल्हापुर में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे द्वारा ठाणे में एक रैली को संबोधित करना उनके खिलाफ नहीं था. मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार का रुख दृढ़ है. मराठों को आरक्षण देना हमारी जिम्मेदारी है और हम इस उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध हैं.
विधेयक पारित हो जरांगे
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने मराठों को आरक्षण देने के लिए विशेष सत्र बुलाने के बजाय महाराष्ट्र विधानमंडल के आगामी शीतकालीन सत्र में एक विधेयक पारित करने का राज्य सरकार से मंगलवार को अनुरोध किया. जरांगे ने ठाणे में एक रैली को संबोधित किया और सरकार को 24 दिसंबर की समय सीमा याद दिलाई.