नई दिल्ली. असिस्टेंट प्रोफेसर ने बहन की नौकरी के लिए खुद उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना बनकर गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति को फोन कर दिया. जांच में सामने आने पर एलजी सचिवालय के निर्देश पर कुलपति ने द्वारका नार्थ में शिकायत दी थी जिस पर दो अक्तूबर को एफआईआर दर्ज कर ली गई.
30 सितंबर को गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर महेश वर्मा के पास फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को एलजी बता मान्वी सिंह नाम की युवती को बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर अंग्रेजी विभाग में नियुक्त करने के लिए कहा था. कुलपति ने परखने के लिए एलजी सचिवालय से सम्पर्क किया. तब पता लगा कि इस तरह का कोई फोन एलजी या सचिवालय ने नहीं किया. जांच में सामने आया कि फोन ब्रिटेन से आया था और लैंडलाइन से किया गया था.
यह लैंडलाइन रोहित सिंह नाम के शख्स से संबंधित था. रोहित विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्रत्त् विभाग का एसिस्टेंट प्रोफेसर है. पुलिस ने मान्वी और जयपाल से पूछताछ की तो उन्होंने पूरी बात बता दी. रोहित 27 सितम्बर को ब्रिटेन घूमने गया था. वहीं, एलजी ने उनके नाम के दुरुपयोग की सूचना आने पर सचिवालय के कर्मचारियों को सतर्क रहने को कहा है.
लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया
पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोहित सिंह के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है. गिरफ्तारी के लिए एजेंसियों से सम्पर्क किया जा रहा है. उधर, आरोपी ने द्वारका कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी. लेकिन कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी है क्योंकि आरोपी यूके में हैं.