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प्राइवेसी उल्लंघन में व्हाट्सऐप की जांच होगी      

केंद्र सरकार व्हाट्सऐप के खिलाफ निजता मामले की जांच करेगी. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को कहा कि स्मार्टफोन के उपयोग में नहीं रहते हुए माइक्रोफोन तक व्हाट्सऐप की पहुंच होने के दावे की जांच की जाएगी.

मंत्री ने ट्वीट किया,भले ही नया डिजिटल निजता सूचना संरक्षण विधेयक तैयार किया जा रहा हो, सरकार निजी सूचना की गोपनीयता के कथित उल्लंघन की जांच करेगी. मंत्री ने यह बात उस दावे के संदर्भ में कही, जिसमें कहा गया था कि एक उपयोगकर्ता, जब व्हाट्सऐप का इस्तेमाल नहीं कर रहा था, तब भी उसके फोन में ऐप द्वारा माइक्रोफोन का इस्तेमाल हो रहा था. माइक्रोफोन में ऐसे समय में व्हाट्सऐप की पहुंच हुई, जब यूजर सो रहा था.

क्या है मामला ट्विटर के इंजीनियरिंग विभाग में निदेशक फोड डाबिरी ने शनिवार को कहा था, यह क्या चल रहा है. व्हाट्सऐप ‘बैकग्राउंड’ में माइक्रोफोन का उपयोग कर रहा था. यह तब हुआ, जब मैं सो रहा था और सुबह 6 बजे पता चला. इसका स्क्रीनशॉट साझा किया.

जांच के लिए कहा व्हाट्सऐप ने कहा है कि वह इंजीनियर से संपर्क में है. यह एंड्रॉयड पर एक वायरस है, जो उनके गोपनीयता डैशबोर्ड में जानकारी को गलत तरीके से उपलब्ध कराता है. गूगल से जांच और इससे निपटने के लिए जरूरी सुधार को कहा गया है.

यूजर्स का माइक सेटिंग पर नियंत्रण

कंपनी ने यह भी दावा किया कि उपयोगकर्ता का अपनी माइक की सेटिंग पर पूरा नियंत्रण है. सोशल मीडिया मंच ने कहा, ‘‘अनुमति मिलने के बाद, व्हाट्सऐप केवल माइक तक उस समय पहुंचता है जब कोई उपयोगकर्ता कॉल कर रहा होता है या वॉयस नोट या वीडियो रिकॉर्ड कर रहा होता है. उस समय भी बातचीत और अन्य जानकारी ‘एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन’ के जरिये सुरक्षित होती हैं. इसीलिए व्हाट्सऐप उन्हें सुन नहीं सकता है.’’ ट्विटर के साथ काम करने वाले इंजीनियर ने अपने फोन के स्क्रीनशॉट साझा किये हैं. इनमें व्हाट्सऐप को कई बार इंजीनियर के हैंडसेट के माइक्रोफोन का उपयोग करते हुए दिखाया गया जबकि उस दौरान वह सो रहा था.

एलन मस्क सहित कई लोगों ने चिंता जताई

इन स्क्रीनशॉट के बाद ट्विटर, टेस्ला इंक के प्रमुख एलन मस्क सहित कई उपयोगकर्ताओं ने चिंता जाहिर की है. मस्क ने कहा कि व्हाट्सऐप पर भरोसा नहीं किया जा सकता. भारत में व्हाट्सऐप विभिन्न मुद्दों को लेकर जांच के दायरे में है. गत अक्टूबर में दो घंटे तक सेवा में व्यवधान के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस सोशल मीडिया मंच से व्यवधान के कारण बताने के लिए कहा था.

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