BCCI ने बदला भारतीय क्रिकेट टीम का किट स्पॉन्सर

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम इंडिया (Team India) की जर्सी के लिए नया क्रिकेट किट स्पॉन्सर चुन लिया है। अब भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर एडिडास (Adidas) का लोगो दिखाई देगा। इससे पहले टीम इंडिया का किट स्पॉन्सर किलर था। मगर जून 2023 से यह अधिकार 5 साल के लिए एडिडास के पास होगा। इससे पहले बीसीसीआई की यह डील किलर के साथ थी.
मगर अब बीसीसीआई ने एडिडास से हाथ मिला है, बताया जा रहा है कि यह डील जून 2023 से 5 साल के लिए करार की गई है.
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘मुझे एडिडास के साथ किट प्रायोजक के रूप में साझेदारी की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. हम क्रिकेट के खेल को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और दुनिया के अग्रणी स्पोर्ट्सवियर ब्रांडों में से एक के साथ साझेदारी करने के लिए इससे ज्यादा उत्साहित नहीं हो सकते. एडिडास आपका स्वागत है.’
बीसीसीआई पिछले कुछ सालों से लगातार अंतराल में किट स्पॉन्सर बदल रहा है. 2020 में नाइकी के साथ करार खत्म होने के बाद बाइजूस और एमपीएल जैसे स्पॉन्सर की एंट्री हुई.
वैसे तो एमपीएल का करार बीसीसीआई से साल 2023 के अंत तक का था, मगर बीच में ही उन्होंने इस कॉन्ट्रैक्ट को खत्म करने का फैसला किया जिसके बाद किलर भारतीय क्रिकेट टीम का किट स्पॉन्सर बना. एमपीएल भारतीय बोर्ड को 65 लाख प्रति मैच और 9 करोड़ तीन साल के सौदे के लिए रॉयल्टी के रूप में भुगतान कर रहा था.
मुख्य रूप से जींस बनाने वाली किलर के साथ बीसीसीआई ने पांच महीने का करार किया था.
एडिडास ने पहली बार 2006 में भारतीय टीम प्रायोजन के लिए बोली लगाई, मगर तब वह नीलामी में पीछे रह गया था. उस दौरान नाइकी ने रीबॉक और एडिडास को हराकर यह डीस हासिल की थी. नाइकी ने कई बार भारतीय क्रिकेट के साथ अपना जुड़ाव बढ़ाया; इसने आखिरी बार BCCI को ₹85 लाख प्रति मैच और ₹30 करोड़ की रॉयल्टी का भुगतान किया था.
सिर्फ 5 महीने के लिए किलर बना था किट स्पॉन्सर
भारतीय टीम के किट स्पॉन्सर के तौर पर MPL ने साल 2023 तक के अंत तक BCCI से करार किया था. लेकिन उन्होंने बीच में ही इस अनुबंध को खत्म करने का फैसला किया. इसके बाद सिर्फ 5 महीने के लिए किलर जीन्स के साथ BCCI ने किट स्पॉन्सर के तौर पर करार किया था. BCCI की तरफ से अभी तक एडिडास के साथ करार की राशि को लेकर किसी तरह का खुलासा नहीं किया गया है. इससे पहले MPL भारतीय बोर्ड को 65 लाख रुपए प्रति मैच भुगतान करता था.