
बेंगलुरु . इस विश्व कप में अब तक अपराजेय भारतीय टीम नीदरलैंड्स के खिलाफ आखिरी लीग मैच में इस विजय अभियान को कायम रखकर देशवासियों को दिवाली का तोहफा देना चाहेगी. विराट कोहली के पास वनडे शतकों के अर्धशतक का रिकॉर्ड बनाने का सुनहरा मौका होगा.
भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है जबकि नीदरलैंड्स टूर्नामेंट से बाहर हो चुका है और उसका यह आखिरी मैच है. औपचारिकता के इस मैच में भारतीय टीम में बहुत ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है.
कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता में सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है और अब 50वां शतक बनाने के करीब हैं. कोहली बाहरी आवाजों को दरकिनार करके अपने खेल पर फोकस रखना चाहेंगे लेकिन आईपीएल के अपने घरेलू मैदान पर दर्शकों की उम्मीदें आसमान छू रही होंगी. कोहली भारत के आखिरी लीग मैच में बल्लेबाजी का अच्छा अभ्यास करके सेमीफाइनल की तैयारी करना चाहेंगे. भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के बाद एक सप्ताह का अभ्यास मिल गया है. टीम के नजरिए से प्रबंधन सूर्यकुमार को रन बनाते देखना चाहेगा जो चार मैचों में 85 रन ही बना सके हैं. बाकी सभी प्रमुख बल्लेबाज कम से कम एक अर्धशतक बना चुके हैं. हार्दिक पंड्या के चोट के कारण बाहर होने से सूर्यकुमार को अंतिम एकादश में जगह मिली लेकिन वह इसे भुना नहीं सके हैं. नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच उनके लिए सुनहरा मौका है.
भारतीय गेंदबाजों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है. बुमराह, शमी और सिराज ने विरोधी बल्लेबाजों को दबाव में रखा है हालांकि सिराज और बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. नीदरलैंड्स टीम के पास लोगान वान बीक, बास डि लीडे और पॉल वान मीकेरेन जैसे कुछ अच्छे गेंदबाज हैं लेकिन चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों की ऐशगाह मानी जाती है. उनके शीर्षक्रम के बल्लेबाज तेजा निदामानुरू, मैक्स ओडोड और वेस्ले बारेसी रनों के लिये जूझते नजर आए हैं और भारतीय गेंदबाजों के सामने रन बनाना तो टेढ़ी खीर है.
चिन्नास्वामी स्टेडियम में पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल. मैदान भी अपेक्षाकृत छोटा है.