
एशियाड खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने अंतिम दिन रिकॉर्ड छह स्वर्ण सहित 12 पदक जीते. इससे कुल 107 पदकों के साथ भारत ने अपने अभियान का ऐतिहासिक अंत किया. यह खेलों में पहला मौका है जब एक दिन में खिलाड़ियों ने स्वर्णिम छक्का लगाया. शनिवार को तीरंदाजी में दो, कबड्डी में दो और बैडमिंटन व क्रिकेट में एक-एक पीला तमगा जीता. अब चार साल बाद जापान में होने वाले खेलों में भारतीय खिलाड़ियों से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी
भारत के सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने शनिवार को इतिहास रच दिया. उन्होंने एशियाई खेलों के इतिहास में बैडमिंटन में पहला स्वर्ण पदक देश को दिलाया.
भारतीय जोड़ी ने पुरुष युगल के फाइनल मुकाबले दक्षिण कोरिया के चोइ सोलग्यु और किम वोन्हो को सीधे गेम में 21-18, 21-16 से हराया. दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय जोड़ी ने कई बार वापसी करते हुए पहला गेम 29 मिनट में जीता. दूसरे गेम में उन्होंने 15वीं रैकिंग वाली विरोधी टीम पर दबाव बनाते हुए 57 मिनट में जीत दर्ज की.
41 साल बाद पदक सात्विक और चिराग ने भारत को 41 साल बाद एशियाई खेलों में पुरुष युगल में पदक दिलाया है. लेरॉय डिसूजा और प्रदीप गंधे ने 1982 में कांस्य जीता था. इस साल मार्च में एशियाई चैंपियनशिप में भी इस भारतीय जोड़ी ने 58 साल बाद भारत को पदक दिलाया था.
कुश्ती भारत ने छह पदक जीते पर सोना चूके
भारतीय पहलवान दीपक पूनिया शनिवार को 86 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में ईरान के हसन यजदानी से हार गए. जिसके बाद उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा. इसी के साथ भारत ने कुश्ती में छह पदकों के साथ एशियाई खेलों में अभियान खत्म किया. इस बार कोई स्वर्ण नहीं मिला.
यह दूसरा अवसर था जबकि दीपक का सामना अपने आदर्श खिलाड़ी तथा दो बार के ओलंपिक पदक विजेता और आठ बार के विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता यजदानी से था. दीपक ने एशियाई खेलों में अपने पदार्पण पर ही फाइनल में जगह बनाई थी. केतली पहलवान के नाम से भी मशहूर 24 वर्षीय दीपक ईरान के पहलवान के खिलाफ एक भी अंक नहीं बना पाए.
भारत को बजरंग पूनिया से सबसे बड़ी निराशा मिली,जो पदक नहीं जीत पाए. दीपक के अलावा भारत की तरफ से सुनील कुमार, अंतिम पंघाल , सोनम मलिक, अमन सहरावत और किरण बिश्नोई ने पदक जीते. भारत ने 2018 में तीन पदक जीते थे जिनमें बजरंग और विनेश फोगाट के स्वर्ण पदक शामिल हैं.
एशियाई खेलों में भारत ने पहली बार सौ से अधिक मेडल जीते हैं. भारत ने पहले दिन 5 मेडल जीते जबकि 8वें दिन सबसे अधिक 15 मेडल जीते हैं.
पहला दिन 05
दूसरा दिन 06
तीसरा दिन 03
चौथा दिन 08
पांचवां दिन 03
छठा दिन 08
सातवां दिन 05
आठवां दिन 15
9वां दिन 07
10वां दिन 09
11वां दिन 12
12वां दिन 05
13वां दिन 09
14वां दिन 12






