
बिलासपुर। जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर पूजा चौरसिया की मौत का राज सामने आ चुका है। सीआईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि पूजा ने खुदकुशी नहीं की थी, बल्कि जिम ट्रेनर सूरज पांडेय ने स्कार्फ से गले में फंदा लगाकर हत्या कर दी। हत्या के पहले आरोपी ने पूजा के साथ रेप किया था। सीआईडी की एआईजी मेघा टेम्भूरकर ने जांच के बाद सूरज के खिलाफ हत्या और दुष्कर्म की धाराओं के तहत केस दर्ज करने की रिपोर्ट दी है।
हालांकि सीआईडी की जांच में भी पूजा के प्रति डॉ. अनिकेत कौशिक पर कोई आरोप नहीं लगाए गए हैं, जबकि पूजा की मां रीता चौरसिया ने हत्या के पीछे अनिकेत का हाथ होने का दावा किया था। डॉ. पूजा की 10 मार्च 2024 में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। सिरगिट्टी थाने की पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच करने के बजाय सामान्य आत्महत्या का मामला दर्ज किया। पूजा की मौत की खबर उसके मौ को जब मिली, उस वक्त उसकी मां अमेरिका में थी।
यहां पहुंचने के बाद प्राइवेट फोरेंसिक से जांच कराई। इसमें जो भी साक्ष्य सामने आए, उसमें मौत से पहले पूजा के साथ जबर्दस्ती होने की पुष्टि थी। आईजी व एसपी को बार-बार शिकायत के बावजूद पुलिस ने जांच में लापरवाही की। आखिरकार रीता चौरसिया ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई। हाई कोर्ट ने सीआईडी से जांच कराने के निर्देश दिए थे। सीआईडी जांच में सूरज पांडेय को हत्या व दुष्कर्म का दोषी पाया गया है।
स्कार्फ की लंबाई कम, गले की हड्डी भी नहीं टूटी सीआईडी जांच में यह बात सामने आई है कि पूजा की लाश वज्रासन की अवस्था में होने की जानकारी दी गई है। गले में जो स्कार्फ था, उसकी लंबाई 6 फीट 6 इंच है। इस स्थिति में पंखे तक स्कार्फ नहीं पहुंचता। फंदे से लटकने की स्थिति में गले ही हड्डी टूट जाती, जबकि गले की हड्डी भी नहीं टूटी थी। डीएनए रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है।