
नई दिल्ली . सरकार ने संसद भवन परिसर में सुरक्षा में हुई चूक की हालिया घटना के मद्देनजर इसकी व्यापक सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंपने का फैसला किया है. आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
सीआईएसएफ एक केंद्रीय सशस्त्रत्त् पुलिस बल (सीएपीएफ) है जो वर्तमान में परमाणु और एयरोस्पेस डोमेन (उड़ान उद्योग संबंधी) के अंतर्गत प्रतिष्ठानों, असैन्य हवाई अड्डों और दिल्ली मेट्रो के अलावा राष्ट्रीय राजधानी में कई केंद्रीय मंत्रालयों के भवनों की सुरक्षा करता है.
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को संसद भवन परिसर के सर्वेक्षण का निर्देश दिया ताकि व्यापक आधार पर सीआईएसएफ सुरक्षा और दमकल शाखा की नियमित तैनाती की जा सके. केंद्र सरकार के मंत्रालयों की सुरक्षा करने वाली सीआईएसएफ की सरकारी भवन सुरक्षा (जीबीएस) इकाई के विशेषज्ञ और वर्तमान संसद सुरक्षा टीम के अधिकारियों के साथ सीआईएसएस के अग्निशमन और बचाव अधिकारी इस सप्ताह के अंत में सर्वेक्षण शुरू करेंगे. सूत्रों ने बताया कि नए और पुराने दोनों संसद परिसर और उनकी संबद्ध इमारतों को सीआईएसएफ के व्यापक सुरक्षा घेरे में लाया जाएगा. इसमें संसद सुरक्षा सेवा, दिल्ली पुलिस व सीआरपीएफ के प्रतिनििधि मौजूद रहेंगे.
आरोपियों की पुलिस रिमांड 15 दिन बढ़ाई
संसद सुरक्षा में चूक मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चार आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया. आरोपियों की सात दिन की रिमांड खत्म होने के बाद अदालत में पेश किया गया था. पुलिस ने अदालत से आरोपियों स पूछताछ और मामले में जांच के लिए 15 दिन की पुलिस रिमांड की मांग की जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया.
दिल्ली पुलिस ने दो और लोगों से पूछताछ की
दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा चूक मामले में दो और लोगों से पूछताछ की है. इनमें एक कर्नाटक और दूसरा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. मनोरंजन और साईकृष्णा दोनों रूममेट थे. कर्नाटक निवासी साईकृष्ण जगली, आरोपी मनोरंजन डी का रूममेट था. जिनसे पूछताछ की गई है उनमें से एक साईकृष्ण जगली, आरोपी मनोरंजन डी का करीबी दोस्त है.