
Delhi: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही अभी नहीं हुआ हो, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पार्टी ने पहले ही 11 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और अब दूसरी लिस्ट जल्द जारी करने की योजना बनाई है। सूत्रों के मुताबिक, इस लिस्ट में तीन सीटों पर नाम लगभग तय हो चुके हैं, जिनमें पटपड़गंज, पटेल नगर, और शाहदरा शामिल हैं।
पटपड़गंज सीट पर अवध ओझा का नाम तय
पटपड़गंज सीट पर आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवार के रूप में अवध ओझा को चुनावी मैदान में उतारने का निर्णय लिया है। अवध ओझा, जो एक प्रसिद्ध टीचर और मोटिवेशनल स्पीकर हैं, राजनीति में हाल ही में सक्रिय हुए हैं। मनीष सिसोदिया द्वारा प्रतिनिधित्व की जाने वाली इस सीट पर पिछले चुनाव में महज 3 हजार वोटों से जीत मिली थी, और उनकी जेल में होने के कारण विकास कार्यों में भी कमी रही। इसके मद्देनजर पार्टी के रणनीतिकारों ने यह निर्णय लिया है कि सिसोदिया को इस सीट से हटाकर अन्य सीट से उतारा जाए, और पटपड़गंज सीट से ओझा को चुनावी मैदान में उतारा जाए।
पटेल नगर से प्रवेश रतन का नाम तय
पटेल नगर सीट पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा से पहले चुनाव लड़ चुके प्रवेश रतन को टिकट देने का निर्णय लिया है। 2020 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के बाद अब रतन ‘आप’ में शामिल हो चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से आप के टिकट पर जीतने वाले राज कुमार आनंद के बागी हो जाने के बाद से पार्टी को नए चेहरे की तलाश थी। जाटव बिरादरी से आने वाले प्रवेश रतन का नाम अब लगभग पक्का माना जा रहा है।
शाहदरा सीट पर जितेंद्र सिंह शंटी का नाम तय
शाहदरा सीट पर पार्टी ने जितेंद्र सिंह शंटी को चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया है, जो हाल ही में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। इस सीट पर पिछले दो चुनावों में पार्टी के राम निवास गोयल ने जीत हासिल की थी, लेकिन अब उन्होंने चुनावी राजनीति से अलविदा ले लिया है और अरविंद केजरीवाल को एक पत्र भेजकर बताया है कि वह चुनावी मैदान से हट रहे हैं। शंटी को पार्टी द्वारा टिकट देने की संभावना इसलिये भी जताई जा रही है क्योंकि वह 2013 में भाजपा के टिकट पर शाहदरा से चुनाव जीत चुके थे।
मौजूदा विधायकों के टिकट में फेरबदल
आम आदमी पार्टी इस बार चुनावी रणनीति में बड़ा बदलाव करने जा रही है। पिछले 10 सालों से पार्टी की सरकार होने के बावजूद एंटी इनकंबेंसी का सामना करना पड़ा है। इस कारण पार्टी ने कई मौजूदा विधायकों के टिकट काटने का फैसला किया है। भाजपा की रणनीति को ध्यान में रखते हुए, जो बड़े पैमाने पर टिकट काटकर चुनावी लहर को शांत करती है, ‘आप’ भी इस बार अपने टिकटों में फेरबदल करने जा रही है। पार्टी की कोशिश है कि वह पिछले चुनावों से बेहतर प्रदर्शन करे और सत्ता विरोधी लहर को समाप्त करे।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है, और अपने उम्मीदवारों की सूची में बड़े बदलाव किए हैं। पार्टी की कोशिश है कि इस बार पुराने चेहरों की जगह नए, प्रभावशाली चेहरों को मैदान में उतारा जाए, ताकि दिल्ली की जनता में पार्टी के प्रति विश्वास बना रहे और वह चौथी बार दिल्ली में सत्ता बनाए रख सके।