
Maharashtra CM: महाराष्ट्र में नई सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख घोषित हो गई है, लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर स्थिति अब भी साफ नहीं है। इस बीच खबर है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भीतर मुख्यमंत्री के चयन को लेकर चल रही चर्चाओं और जातिगत समीकरणों से असंतुष्ट है।
आरएसएस ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया है। फडणवीस ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन को बड़ी जीत दिलाई थी और वे संघ की पहली पसंद हैं। हालांकि, भाजपा के कुछ नेताओं ने मुख्यमंत्री पद के लिए अन्य नाम भी आगे बढ़ाए हैं।
राजनीतिक गलियारों में विनोद तावड़े, चंद्रशेखर बावनकुले, चंद्रकांत पाटिल और मुरलीधर मोहोल के नाम चर्चा में हैं। इनमें से तावड़े, पाटिल और मोहोल मराठा समुदाय से हैं, जबकि बावनकुले ओबीसी वर्ग से आते हैं। जातिगत समीकरणों के कारण इन नामों पर विचार हो रहा है, क्योंकि मराठा और ओबीसी समुदायों ने चुनाव में अहम भूमिका निभाई थी।
संघ ने चुनाव के दौरान फडणवीस का समर्थन करते हुए व्यापक प्रचार किया था और अब वह इस मुद्दे पर नाराज है। संघ से जुड़े एक नेता ने कहा कि फडणवीस की निर्णायक भूमिका के कारण उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए, अन्यथा पार्टी को आगामी चुनावों में नुकसान हो सकता है।
संघ इस बात से भी नाराज है कि भाजपा के कुछ नेता संघ के मार्गदर्शन की अनदेखी कर रहे हैं। संघ ने तर्क दिया है कि अजित पवार और एकनाथ शिंदे, दोनों मराठा समुदाय से हैं, इसलिए भाजपा के भीतर मराठा मुख्यमंत्री की मांग का ठोस आधार नहीं है।
संघ की नाराजगी के बीच, मुरलीधर मोहोल ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री पद के लिए उनका नाम केवल अफवाह है। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी अनुशासित है और सभी निर्णय संसदीय बोर्ड द्वारा लिए जाते हैं, न कि सोशल मीडिया चर्चाओं से।