
इंदौर। यूनियन कार्बाइड का 337 टन जहरीला कचरा निस्तारण के लिए भोपाल से पीथमपुर लाने की कवायद के बीच नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को कहा कि जब तक जनप्रतिनिधि इस बात से संतुष्ट नहीं हो जाते कि इस कचरे से नागरिकों के स्वास्थ्य को कोई हानि नहीं है, तब तक इसे पीथमपुर नहीं आने देंगे।
उन्होंने कहा कि हम इस बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से भी चर्चा करेंगे। उधर, यूनियन कार्बाइड परिसर में कचरा भरकर कंटेंनर वाले ट्रक खड़े हैं।
अधिकारियों ने बताया कि जिन पांच जिलों से ये ट्रक गुजरने हैं, उनके कलेक्टरों से सुरक्षा संबंधी प्रतिवेदन मांगा गया है। इसके बाद इन्हें रवाना करने का निर्णय होगा।
वकील का आरोप- जिनमें कचरा भरा, उन ट्रकों के नंबर अलग कचरा शिफ्टिंग के विरुद्ध एमजीएम मेडिकल कालेज के एलुमिनाई एसोसिएशन ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है।
याचिका में अत्यावश्यक और तत्काल सुनवाई का आवेदन भी दिया था, लेकिन मंगलवार को सुनवाई नहीं हो सकी।
एसोसिएशन की तरफ से याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता अभिनव धनोतकर ने आरोप लगाया कि जिन ट्रकों के जरिये कचरा शिफ्ट किया जाना है, सरकार ने उनके नंबर हाई कोर्ट में दिए थे, लेकिन जहरीला कचरा दूसरे ट्रकों में भर दिया गया।
इनमें कचरा भरा गया है, उन ट्रकों के नंबर और हाई कोर्ट में बताए गए ट्रकों के नंबर अलग-अलग हैं। अभिनव ने कहा कि इंदौर खंडपीठ के समक्ष प्रस्तुत जनहित याचिका मंगलवार शाम सुनवाई के लिए जबलपुर शिफ्ट कर दी गई है।
संयंत्र पर सुरक्षा बढ़ाई, तार की घेराबंदी और बना रहे खंती
पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का कचरा नष्ट करने की तैयारी तेज हो गई है। जिस तरह से विरोध हो रहा है, उसे लेकर पुलिस और प्रशासन को कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता है।
ऐसे में मंगलवार को पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने पीथमपुर के सीएसपी कार्यालय में बैठक की। इसमें निर्देश जारी करते हुए सुरक्षात्मक व्यवस्था के लिए कहा गया है।
इधर, फैसिलिटी संयंत्र यानी रामकी कंपनी के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।
बाउंड्रीवाल की ऊंचाई छोटी होने से उसे तार की घेराबंदी से सुरक्षित किया जा रहा है, ताकि कोई भी परिसर में प्रवेश न कर सके। इसके अलावा भीतर खंती भी खोदी जा रही है।
इधर, कचरा जलाने के विरोध में दस से अधिक संगठनों ने तीन जनवरी को पीथमपुर बंद का आह्वान किया है। पीथमपुर बचाओ समिति दो जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने जा रही है।
अहम बात यह है कि संयंत्र के पास के क्षेत्र में पांच उद्योग हैं। इन उद्योगों का संचालन सतत जारी रहे, इसके लिए व्यवस्था कर ली गई है।
जिस तेजी से प्रशासन तैयारी कर रहा है, वहीं आंदोलनकारी भी विरोध के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी कर रहे हैं। न केवल पीथमपुर, बल्कि दिल्ली में भी प्रदर्शन की तैयार हो रही है।