भारत रत्न की स्थापना 2 जनवरी, 1954 को की गई थी। यह सम्मान भारत के राष्ट्रपति द्वारा शुरू किया गया था।

भारत रत्न देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। यह किसी व्यक्ति को किसी क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है।

इस सम्मान की शुरुआत भारत के पहले राष्ट्रपति, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, ने की थी। 1954 में पहली बार यह सम्मान तीन महान व्यक्तियों को दिया गया।

पहला भारत रत्न सम्मान 1954 में इन तीन हस्तियों को दिया गया: चक्रवर्ती राजगोपालाचारी - आजाद भारत के पहले गवर्नर जनरल। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन - भारत के दूसरे राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद। चंद्रशेखर वेंकट रमन - नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक।

शुरुआत में भारत रत्न सिर्फ जीवित व्यक्तियों को दिया जाता था। लेकिन 1955 से यह मरणोपरांत भी दिया जाने लगा।

भारत रत्न के लिए चयन की प्रक्रिया केंद्र सरकार द्वारा की जाती है। इसे देने के लिए आधिकारिक अधिसूचना (नोटिफिकेशन) जारी की जाती है।

भारत रत्न प्राप्तकर्ता को एक प्रमाण पत्र और मेडल दिया जाता है। इसके साथ कोई धनराशि नहीं दी जाती, लेकिन फ्री रेलवे यात्रा का लाभ मिलता है।

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