
वाशिंगटन . अमेरिका में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन जैसी कंपनियों से आईटी पेशेवरों की छंटनी किए जाने के बाद हजारों भारतीय बेरोजगार हो चुके हैं. सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के ये पेशेवर इस देश में रहने और रोजगार वीजा के तहत निर्धारित अवधि के भीतर नया रोजगार पाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. अगर नौकरी नहीं मिली तो भारत लौटन तय है.
दो लाख कर्मचारी हुए बाहर अमेरिकी मीडिया के अनुसार, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और अमेजन जैसी दिग्गज कंपनियों से करीब दो लाख कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. नौकरी से निकाले गए लोगों में से करीब 40 फीसदी आईटी पेशेवर भारतीय हैं. इनमें बड़ी संख्या उन लोगों की है, जो एच-1बी या एल1 वीजा पर यहां आए हैं. अब ये लोग अमेरिका में बने रहने के लिए विकल्प तलाश रहे हैं ताकि अपनी वीजा स्थिति को बदल सकें.
दरअसल, एच-1बी वीजा पर अमेरिका आए भारतीय पेशेवरों के सामने स्थिति बेहद गंभीर है. अगर उन्हें 60 दिन में कोई नई नौकरी नहीं मिली तो भारत वापस लौटना होगा. सिलिकॉन वैली में उद्यमी और सामुदायिक नेता अजय जैन भूतोड़िया ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. विशेषकर एच-1बी वीजा पर आए लोगों के लिए तो चुनौतियां और भी बड़ी हैं.
ग्लोबल इंडियन टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स एसोसिएशन और फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज ने इन आईटी पेशेवरों की मदद करने के लिए रविवार को एक सामुदायिक पहल शुरू की.
स्पॉटिफाई टेक्नोलॉजी भी छंटनी की तैयारी में
स्वीडन की दिग्गज म्यूजिक स्ट्रीमिंग कंपनी स्पॉटिफाई टेक्नोलॉजी ने ऐलान किया है कि वह विश्व स्तर पर अपने कर्मचारियों में से छह फीसदी की कटौती करेगी. कंपनी ने इसके पीछे की वजह लागत में कटौती को बताया है.