
मराकेश. मोरक्को में भूकंप का खौफ इतना है कि लोगों ने रविवार को अपनी सड़क पर रात बिताई. अपने सामान और अन्य लोगों के साथ जमा लोगों ने कहा कि हम बेहद डरे हुए हैं.
मराकेश निवासी फातिमा सतीर ने कहा कि कई लोग अपने घर गिरने के डर से सड़क पर सो रहे थे. हमारे लिए कोई मदद नहीं है. हमारे घर टूट गए हैं, अन्य नष्ट हो गए हैं. एक स्पेनिश पर्यटक मारिया ने कहा, हमने पुराने शहर के बाहर एक सुरक्षित स्थान पर रात बिताई. यहां के मौले ब्राहिम में रहने वाले लाहसेन ने बताया कि इस आपदा में उसकी पत्नी और चार बच्चे मारे गए हैं. कई गांवों तक अभी भी बचावकर्मी नहीं पहुंच पाए हैं. यहां मलबे में और लोग दबे हो सकते हैं. आंख में आंसू लिए कब्र खोद रहे बूचरा निवासी ब्राहिम हलीम ने कहा कि इस भूकंप में उनके पोते मारे गए हैं. मैंने इस तबाही को अपनी आंखों से देखा है.
भारतीय के प्रभावित होने की सूचना नहीं भारतीय दूतावास ने मोरक्को में रह रहे सभी भारतीयों को धैर्य रखने और स्थानीय प्राधिकारियों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी. रबात में भारतीय दूतावास ने शनिवार को परामर्श जारी किया और कहा कि वह भारतीय समुदाय के संपर्क में है.
मदद को आगे आए देश फ्रांस, इजरायल, इटली, भारत और अमेरिका सहित कई देशों ने सहायता की पेशकश की है. अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा, हमने खोज और बचाव दल तैनात करने के लिए तैयार कर लिया है. हम सही समय पर धन जारी करने के लिए भी तैयार हैं. स्पेन ने मोरक्को के लिए 56 बचावकर्मियों के साथ एक विमान भेजा है.