
वाशिंगटन . अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने रविवार को कहा कि सरकार सिलिकन वैली बैंक को कोई राहत नहीं देगी. उन्होंने हालांकि कहा कि सरकार अपने धन को लेकर चिंतित जमाकर्ताओं की मदद करने के लिए प्रयासरत है.
येलेन ने कहा कि स्थिति लगभग 15 साल पहले के वित्तीय संकट से बहुत अलग है, जब उद्योग को बचाने के लिए बैंक को राहत दी गई थी. इस बीच अमेरिकी सरकार के पास दायर एक याचिका में वाई कॉम्बिनेटर ने रविवार को कहा कि सिलिकन वैली बैंक में जमा खाता रखने वाले लगभग 10,000 छोटे उद्यम अगले 30 दिन तक अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पाएंगे. इस बैंक संकट से लगभग एक लाख नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं.
भारत की नजारा टेक्नोलॉजीज ने कहा कि उसकी सहायक कंपनी की एक सहयोगी इकाई का लगभग 64 करोड़ रुपया सिलिकॉन वैली बैंक में जमा है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे भारत के स्टार्टअप पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है.
सिलिकॉन वैली बैंक का डिपॉजिटरों पर नहीं कोई असर
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कैलिफोर्निया स्थित ये बैंक सभी डिपॉजिटरों के पैसों की रक्षा करेगा और उन्हें निकासी की अनुमति देगा. वे अपने पैसों की निकासी 13 मार्च से कर सकते हैं. सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) के समाधान से जुड़े किसी भी नुकसान को करदाता द्वारा वहन नहीं किया जाएगा. ये बयान ट्रेजरी विभाग, फेडरल रिजर्व और FDIC की ओर से संयुक्त रूप से जारी किया गया है.
कितने पैसे निकाल सकेंगे जमाकर्ता
इंटरएजेंसी फेडरल स्टेटमेंट के अनुसार, शेयरधारकों और कुछ असुरक्षित कर्ज धारकों को संरक्षित नहीं किया जाएगा. यानी कि वे पैसे नहीं निकाल पाएंगे. इसमें कहा गया है कि बिना बीमित जमाकर्ताओं की मदद के लिए डिपॉजिट इंश्योरेंस फंड को हुए किसी भी नुकसान की भरपाई बैंकों के विशेष आकलन के जरिए की जाएगी. हालांकि पैसों की निकासी कितनी होगी, इसकी अभी जानकारी नहीं है.