
कोलकाता . पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार आह्वान किया कि 2024 के आम चुनाव की तैयारी के लिए विपक्षी दल एक साथ आएं. ममता ने केंद्र की ओर से दिल्ली में सेवाओं पर नियंत्रण संबंधी अध्यादेश को गलत बताया. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आश्वासन दिया कि अध्यादेश के खिलाफ लड़ाई में तृणमूल कांग्रेस आप का समर्थन करेगी.
अब ममता बन रहीं विपक्षी एकता का केंद्र
हालात बदले तो ममता की पूछ फिर से होने लगी है. हां, इस बीच ममता बनर्जी ने अपने रुख में जरूर बदलाव किया है. अब उन्हें कांग्रेस के नाम से गुरेज नहीं, लेकिन उसकी मनमानी पर नियंत्रण भी रखना चाहती हैं. इसीलिए उन्होंने कहा है कि विपक्षी एकता में कांग्रेस के नेतृत्व से उन्हें कोई परेशानी नहीं है, बशर्ते कांग्रेस विपक्षी दलों को उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में तरजीह देने को तैयार हो. इससे कांग्रेस को छोड़ ज्यादातर विपक्षी दलों को संबल मिला है, जहां उनकी सरकारें हैं. जैसे दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी कांग्रेस पर हावी रही. बिहार, झारखंड, तेलंगाना, तमिलनाडु में क्षेत्रीय दलों का दबदबा रहेगा.
अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए केजरीवाल देशभर का दौरा कर रहे हैं. पहले पड़ाव में वह मंगलवार को कोलकाता पहुंचे. केजरीवाल ने ममता के साथ बैठक के बाद विपक्षी दलों से आह्वान किया कि अध्यादेश पर संसद में वोट न करें. उन्होंने कहा, इस पर राज्यसभा में मतदान आम चुनाव से पहले सेमीफाइनल होगा. दूसरी ओर, भाजपा ने मुलाकात को चुनाव पूर्व पीएम पद के उम्मीदवारों का ‘राजनीतिक पर्यटन’ बताया.