
भाजपा नेतृत्व ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में बाकी विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मंथन का काम पूरा कर लिया है. दोनों राज्यों में पार्टी कई नए चेहरों को सामने लाने के साथ कई बदलाव कर सकती है. जल्द केंद्रीय चुनाव समिति बची हुई सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगा सकती है. पार्टी ने दोनों राज्यों में अब तक घोषित उम्मीदवारों को लेकर बने हालात की भी समीक्षा की.
भाजपा नेतृत्व अगले माह होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन का काम एक सप्ताह में पूरा कर लेगा. पार्टी नेतृत्व ने मंगलवार को दिनभर अलग-अलग दौर में मंथन कर मध्य प्रदेश और राजस्थान की बाकी सीटों को लेकर नाम तय कर लिए हैं.
भाजपा को मध्य प्रदेश में 94 और राजस्थान में 159 और उम्मीदवारों की घोषणा करनी है. छत्तीसगढ़ के लिए बुधवार को एक और उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है. यहां पर अब केवल चार सीटों के लिए नाम तय करना बाकी है. हालांकि, तेलंगाना की अभी पहली सूची आनी बाकी है.
सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने मध्य प्रदेश में अभी तक घोषित उम्मीदवारों को लेकर पार्टी के भीतर और बाहर के माहौल के साथ बगावत की स्थितियों की भी समीक्षा की है. साथ ही कांग्रेस के घोषित उम्मीदवारों को लेकर भी भावी समीकरणों पर विचार किया गया है. राजस्थान में भी भाजपा ने वसुंधरा राजे के मुद्दे पर चर्चा की है. वहां पर भी आने वाली सूची में कई बड़े बदलाव की संभावना है.
मिजोरम दो सूचियों में 21 उम्मीदवारों की घोषणा
भाजपा ने बुधवार को दो सूचियों में मिजोरम के लिए 21 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. भाजपा मिजोरम में अकेले ही चुनाव लड़ रही है. सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट एनडीए का हिस्सा तो है, लेकिन कई मुद्दों पर उसका भाजपा से मतभेद है. राज्य में एमएनएफ व कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है.