
नई दिल्ली . निर्वाचन आयोग (ईसी) ने प्रधानमंत्री मोदी की मंदिर दर्शन यात्रा से संबंधित लिफाफा टिप्पणी को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को गुरुवार को कारण बताओ नोटिस भेजा है. आयोग ने प्रियंका से 30 अक्तूबर की शाम तक नोटिस का जवाब देने को कहा है. भाजपा ने प्रियंका के खिलाफ शिकायत दी थी, जिसके एक दिन बाद आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है.
भाजपा ने बुधवार को प्रियंका पर राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान झूठे दावे करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की निजी धार्मिक आस्था का उल्लेख करने का आरोप लगाया था और निर्वाचन आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया था. भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि प्रियंका ने 20 अक्तूबर को दौसा में एक जनसभा में कहा था कि उन्होंने टीवी पर देखा कि जब प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक मंदिर में दिए गए दान का एक लिफाफा खोला गया तो उसमें केवल 21 रुपये थे.
असम के मुख्यमंत्री को आयोग का नोटिस
निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान राज्य के इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहम्मद अकबर पर की गई टिप्पणियों के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को गुरुवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया. सरमा ने 18 अक्तूबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में भाषण के दौरान अकबर पर निशाना साधा था.
30 तक देना है जवाब
आयोग ने सरमा को नोटिस के जवाब के लिए 30 अक्तूबर को शाम पांच बजे तक का समय दिया है. आयोग ने उन्हें नोटिस जारी करते हुए आचार संहिता के एक प्रावधान की याद दिलाई. किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल नहीं होगा जो मौजूदा मतभेदों को बढ़ा सकती हो, आपसी नफरत पैदा कर सकती हो या जातियों व समुदायों, धर्मों या भाषाओं के आधार पर तनाव पैदा कर सकती हो.
कांग्रेस महासचिव ने भाजपा पर निशाना साधा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा द्वारा उनके खिलाफ आयोग में शिकायत किए जाने को लेकर गुरुवार को सत्ताधारी दल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, मेरी एक बात पर भाजपा वाले इतने भड़क गए कि मुझ पर मामला दायर कर दिया.