
लखनऊ . कांग्रेस से बिगड़ते-बनते रिश्तों के बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने लोगों के बीच कहा कि वह उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी करें. अगर इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस से गठजोड़ होता है तो सपा 65 सीटों से कम पर नहीं लड़ेगी. दूसरी ओर अखिलेश यादव ने विधानसभा क्षेत्रवार प्रभारी तय कर दिए तो रामगोपाल यादव ने कहा कि पार्टी में दगाबाजों को बाहर का रास्ता दिखाया जाए.
अखिलेश ने बुधवार को नवगठित राज्य कार्यकारिणी की बैठक का शुभारंभ करते हुए ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि सपा अपने बूते भी भाजपा को हराने में सक्षम है. पिछली बार बेइमानी न होती तो यूपी में सपा की सरकार होती. मध्य प्रदेश में सीट बटवारें में कांग्रेस के साथ हुए विवाद को बैठक में रखते हुए उन्होंने कहा कि हम लोगों ने मध्य प्रदेश से केवल छह सीटें मांगी थीं, जहां हम लोग मजबूत हैं, लेकिन वह पीछे हट गए और हमारी सिटिंग सीट पर भी प्रत्याशी उतार दिया. हमने वहां प्रत्याशी उतारे हैं और वहां प्रचार भी करने जाएंगे. उन्होंने (कांग्रेस) जो वहां किया, हम यहां यूपी में मजबूत हैं, हम भी देखेंगे.
भाजपा को हटाने के लिए अभी से जुट जाएं अखिलेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए कार्यकर्ता पूरी तैयारी के साथ अभी से जुट जाएं. देश में लोकतंत्र और संविधान बचाने का यह अंतिम चुनाव होगा. समाजवादी पीडीए भाजपा के एनडीए को सत्ता से हटाएगा. भाजपा इस चुनाव में समाजवादी पीडीए के सामने कहीं टिक नहीं सकेगी. भाजपा सरकार शासन-प्रशासन का दुरुपयोग कर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश करेगी. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता इसकी निगरानी में लग जाएं.
सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा के पास गिनाने या दिखाने को अपना कोई काम नहीं है. भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण बिजली की बदहाली है. भाजपा सरकार ने एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं किया.