
नई दिल्ली . कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों पर पार्टी ने पलटवार किया है. पार्टी का कहना है कि प्रधानमंत्री कांग्रेस के घोषणापत्र से घबरा गए हैं, इसलिए हिंदू-मुसलमान की स्क्रिप्ट पर उतर आए हैं. पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के वैचारिक पुरखों ने स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीयों के खिलाफ अंग्रेजों और मुस्लिम लीग का साथ दिया था.
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर लिखा कि भाजपा आम लोगों के योगदान से बनाए गए कांग्रेस के न्याय पत्र को मुस्लिम लीग की दुहाई दे रही है. पर हकीकत यह है कि भाजपा के पुरखों ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी के आह्वान का विरोध किया था. भाजपा के पुरखों ने मुस्लिम लीग के साथ मिलकर बंगाल और सिंध में सरकार बनाई थी. उन्होंने सवाल किया कि क्या श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तत्कालीन अंग्रेजी गवर्नर को भारत छोड़ो आंदोलन के दबाने के लिए पत्र नहीं लिखा था.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पार्टी मुख्यालय में सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि दस साल तक सत्ता में रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी को अपनी उपलब्धियों पर वोट मांगना चाहिए, लेकिन वह फिर से घिसी पिटी हिंदू-मुस्लिम की स्क्रिप्ट पर उतर आई है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के घोषणापत्र से प्रधानमंत्री इतने बौखला गए हैं कि उल्टी-सीधी बात कर रहे हैं. कांग्रेस ने पांच अप्रैल को अपना घोषणापत्र जारी करते हुए पांच न्याय के साथ 25 गारंटियां दी हैं.






