
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक साक्षात्कार में कहा कि चुनावी बॉन्ड पर विपक्ष लगातार झूठ फैला रहा है. चंदा उनको (विपक्ष) ज्यादा मिला, आरोप हम पर लगाते हैं. ईमानदारी से सोचेंगे तो हर किसी को इसका पछतावा होगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, लंबे समय से हमारे देश में चर्चा चली है कि चुनावों में काला धन एक बहुत बड़ा खतरनाक खेल हो रहा है. मैं चाहता था कि हम कोशिश करें कि काले धन से चुनाव को मुक्ति कैसे मिले. एक छोटा सा रास्ता मिला, जिसे संसद में सब ने सराहा था. यदि चुनावी बॉन्ड नहीं होते तो किस व्यवस्था में ताकत है कि वो ढूंढ के निकालते कि पैसा कहां से आया और कहां गया? ये चुनावी बॉन्ड की सफलता की कहानी है कि चुनावी बॉन्ड थे. इससे पता चल रहा है कि किस कंपनी ने चंदा दिया. मैं कभी नहीं कहता कि निर्णय लेने में कोई कमी नहीं है. इसमें भी सुधार के लिए बहुत संभावना है. लेकिन, आज हमने देश को पूरी तरह से कालेधन की ओर धकेल दिया है.
नाच न जाने आंगन टेढ़ा विपक्ष के इस आरोप पर कि सभी संस्थाओं पर भाजपा का कब्जा है. प्रधानमंत्री ने कहा, …हमने चुनाव आयोग में सुधार किया है…एक कहावत है – नाच न जाने आंगन टेढ़ा. इसलिए वो (विपक्ष) कभी ईवीएम का बहाना बनाएंगे, कभी कोई और बहाना बनाएंगे. असल में हार के लिए उन्होंने अभी से तर्क गढ़ने शुरू कर दिए हैं. हार का कोई बहाना चाहिए. इसलिए आरोप ईवीएम और अन्य एजेंसियों पर लगाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ईडी ने जितने केस किए हैं, उनमें सिर्फ तीन प्रतिशत राजनीतिक लोग शामिल हैं. ईडी एक स्वतंत्र संस्था है. 2014 से पहले ईडी ने 5 हजार करोड़ की संपत्ति अटैच की थी. मेरे कालखंड में एक लाख करोड़ की संपत्ति अटैच हुई है.
वामपंथ जहां गया वहां बदहाली’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को केरल के त्रिशूर और तिरुवनंतपुरम में हुई चुनावी रैलियों में कांग्रेस और सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनस्टि पार्टी (माकपा) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वामपंथ का एक ही चरित्र है, जहां जाओ बदहाल कर दो. बंगाल को इन्होंने बदहाल बनाया. त्रिपुरा में त्रासदी लाए, अब यही काम वे केरल में कर रहे हैं. यहां के कॉलेज परिसर असामाजिक आंदोलनों का अड्डा बन गए हैं. पीएम मोदी ने कुन्नमकुलम में हुई चुनावी सभा में कहा कि केरल का सरकारी खजाना खाली है.