
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की टीमों ने बुधवार को ऑनलाइन पेमेंट गेटवे पेटीएम (Paytm) की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications Ltd) और एक अन्य पेमेंट सॉल्यूशंस प्रोवाइडर पेयू (PayU) के कई ठिकानों पर छापा मारा है. Reuters ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है. हालांकि ED, Paytm और PayU ने इस बारे में फिलहाल कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी है.
यह हालिया दिनों में दूसरा मौका है, जब फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने Paytm के ठिकानों पर छापे मारे हैं. इससे पहले भी स्मार्टफोन बेस्ड इन्सटेंट लोन प्रोवाइडर ऐप्स के मामले में ED ने कई अन्य पेमेंट गेटवे के साथ ही पेटीएम के भी बेंगलूरु स्थित ठिकाने खंगाले थे. उस समय जांच में मिले सबूतों से इस गोरखधंधे का लिंक चीन से नियंत्रित होने की जानकारी सामने आई थी.
ED ने छह ठिकाने खंगालकर जब्त किए थे 17 करोड़ रुपये
ED ने बेंगलूरु में पेटीएम के अलावा ऑनलाइन पेमेंट गेटवे रेजरपे (Razorpay) और कैशफ्री (Cashfree) पेमेंट्स के कुल 6 ठिकानों पर छापा मारा था. ED ने बाद में बताया था कि इन ठिकानों से 17 करोड़ रुपये का फंड जब्त किया गया है. ये पैसा इन पेमेंट गेटवे के उन खातों से जब्त किया गया, जिनकी मर्चेंट आईडी और बैंक खाते एक चीनी नागरिक के नियंत्रण वाली कंपनियों से जुड़े थे.
ED ने बताया था कि चीनी नियंत्रण वाली ये मुखौटा कंपनियां स्मार्टफोन लोन ऐप्स के जरिए चुराए गए भारतीय नागरिकों के दस्तावेजों से बनाई गई थीं. ऐसे लोगों को इन दस्तावेजों की मदद से कंपनियों में डायरेक्टर दिखाकर उनके नाम से बैंक खाते खोल लिए जाते थे और लोगों से कर्ज वापसी के नाम पर जबरन वसूली की जा रही है. इस पैसे को इन पेमेंट गेटवे के जरिए अवैध तरीके से चीन या किसी अन्य देश में ट्रांसफर कर दिया जाता है. इन गैरकानूनी लोन ऐप्स पर भी गूगल के जरिए कार्रवाई की जा रही है.