रायपुर. लंबे इंतजार के बाद रेलवे अपने यात्रियों के सुरक्षित सफर के लिए ट्रेनों के कोचों को खुफिया कैमरों से लैस करने जा रहा है. ताकि किसी भी तरह की छेड़खानी, चोरी, गुंडागर्दी जैसे घटनाएं कैमरे में कैद हो सकें. रेल अफसरों के मुताबिक 12-12 कोच वाली 8 पैसेंजर सहित रायपुर और बिलासपुर से होकर चलने वाली ट्रेनों के 110 कोच में कैमरे लगा दिए गए हैं. 80 कोच में अभी लगाने का टारगेट है.
अब तक 110 एलएचबी कोच, 72 ईएमयू के कोच तथा 8 डेमू कोच क्लोज सर्किट सीसीटीवी से लैस हो चुके हैं. कैमरों की मदद से डाटा को डाउनलोड करके यात्रा के दौरान किसी भी घटना के आरोपी के खिलाफ शिकंजा कसा जा सकेगा. बता दें कि बीते महीनों में लोकन ट्रेन में महिलाओं से छेड़खानी की कई घटनाएं हो चुकी हैं. ट्रेनों में कैमरे खासतौर पर ट्रेनों के गेट के करीब लगाए गए हैं, ताकि चलती ट्रेन में धक्का-मुक्की जैसी घटना के आरोपियों की पहचान की जा सके. ट्रेन के कोच के अतिरिक्त दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में कई स्टेशनों के प्लेटफार्म व स्टेशन परिसरों पर क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाना तय किया गया है.
इन-इन ट्रेनों में लगे है कैमरे
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में चलने वाली बल्लारसाह-गोंदिया मेमू के 12-12 कोच, चांदाफ़ोर्ट-गोंदिया मेमू के 12 कोच, गोंदिया-झारसुगुड़ा मेमू के 12 कोच, झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू के 12 कोच, केवटी-रायपुर डेमू के 8 कोच सहित 12 स्पेयर कोचों में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाए जा चुके है.