छत्तीसगढ़ में पिछले 5 दिनों से बारिश सक्रिय हो गई है. राजधानी सहित प्रदेश के दूसरे जिलों में रुक रुककर हल्की और रिमझिम बारिश के साथ ही कुछ जगहों पर भारी बारिश भी देखने को मिली है. राजधानी रायपुर में भी शुक्रवार देर रात से हल्की और रिमझिम बारिश शनिवार की सुबह तक होती रही. बीते एक पखवाड़े से राजधानी में उमस भरी गर्मी से लोग परेशान थे. बारिश की वजह से लोगों को उमस भरी गर्मी और चिपचिपाहट से राहत मिली है. प्रदेश में औसत से अधिक 122 प्रतिशत बारिश बीजापुर जिले में दर्ज की गई है. जबकि प्रदेश में औसत से कम 49 प्रतिशत बारिश बलरामपुर जिले में दर्ज की गई है. रायपुर जिले में औसत से 11 प्रतिशत कम बारिश हुई है. जिसे सामान्य बारिश में रखा गया है.
मानसून द्रोणिका भटिंडा, देल्ही, हरदोई, वाराणसी, रांची, बालासोर और उसके बाद पूर्व की ओर निम्न दाब के क्षेत्र तक स्थित है. प्रदेश में 20 सितंबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली (वज्रपात या गाज) गिरने तथा भारी वर्षा होने की भी संभावना है. बता दें कि सप्ताहभर पहले दक्षिण छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश हुई थी. मध्य छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मोंगरा जलाशय और बालोद जिले के बांधों से हजारों क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ना पड़ा था.
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र मध्यप्रदेश के मध्य भाग में स्थित है, इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, गुना, निम्न दाब के केंद्र, पेंड्रा रोड, जमशेदपुर, दीघा, और उसके बाद पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक माध्य समुद्र तल पर स्थित है. जिसके कारण बुंधवार को जिले के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.