
दिल्ली की गर्मी अब नागरिकों के लिए एक समस्या बन गई है. दोपहर 11 बजे के बाद लोग घरों से बाहर निकलने से बचने लगे हैं. मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार का दिन अप्रैल के पिछले 6 वर्षों में सबसे अधिक गर्मी वाला दिन रहा. IMD के अनुसार, सोमवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसमी औसत से 3.5 डिग्री अधिक है. यह तापमान 2022 के बाद से सबसे ऊँचा है और 2019 के बाद से भी यह सबसे अधिक है. उल्लेखनीय है कि अप्रैल में अब तक का सबसे कम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है.
अधिकतम तापमान औसत से 3.6 डिग्री ज्यादा
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार (21 अप्रैल) को अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस समय के लिए सामान्य से 3.6 डिग्री अधिक है. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आया नगर में तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस, रिज में 41.9 डिग्री सेल्सियस, पालम में 41.1 डिग्री सेल्सियस और लोधी रोड पर 40.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. दिनभर आर्द्रता का स्तर 59 प्रतिशत से 15 प्रतिशत के बीच बदलता रहा, जिससे लोगों में असहजता बढ़ गई.
इस बीच, निजी जलवायु प्रौद्योगिकी स्टार्टअप रेस्पिरर लिविंग साइंसेज के एक अध्ययन में यह बताया गया है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या अब केवल सर्दियों तक सीमित नहीं रह गई है. एक नए विश्लेषण से यह स्पष्ट हुआ है कि राजधानी की वायु गुणवत्ता पूरे वर्ष खतरनाक स्तर पर बनी रहती है. यहां तक कि गर्मियों में भी पार्टिकुलेट मैटर (पीएम10) का स्तर सुरक्षित सीमा को पार कर जाता है.