
समाजवादी पार्टी की नेता जया बच्चन ने 2025 के महाकुंभ मेला में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और सरकार के दावों को खारिज करते हुए विवादित बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि प्रयागराज में कुंभ मेला के दौरान भगदड़ में मारे गए लोगों के शव नदी में फेंके गए हैं, जिससे पानी प्रदूषित हो गया है। इस पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और जया बच्चन को गिरफ्तार करने की मांग की।
जया बच्चन का बयान
जया बच्चन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “महाकुंभ में पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित है, क्योंकि भगदड़ में मारे गए शवों को नदी में फेंका गया है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुंभ के आयोजन में प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई थी। जया ने सरकार पर महाकुंभ की उपस्थिति संख्या को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया और संसद में इस मुद्दे को उठाने की बात की।
वीएचपी की प्रतिक्रिया
वीएचपी के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने जया बच्चन के बयान को अस्थिरता पैदा करने वाला बताते हुए कहा कि उच्च पद पर बैठे किसी सांसद को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। उन्होंने जया से आग्रह किया कि वो जनता के सामने सच बताएं और झूठी सनसनी फैलाने के बजाय जिम्मेदारी से बात करें। वीएचपी ने मांग की कि इस बयान के लिए जया बच्चन को गिरफ्तार किया जाए।
महाकुंभ मेला और भगदड़
महाकुंभ मेला में 30 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जब संगम पर मौनी अमावस्या के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे थे। यह हादसा प्रशासन की तैयारियों और व्यवस्थाओं पर सवाल उठाता है। महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हुआ था और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर इसका समापन होगा।