
लोकसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले इलेक्शन कमिशन ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान आयोग ने बताया कि देश भर में 64 करोड़ से ज्यादा लोगों ने मतदान किया है और यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव रहा. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने सोशल मीडिया पर आलोचना और उसमें आयोग को ‘लापता जेंटलमेन’ नाम दिए जाने का भी जवाब दिया. राजीव कुमार ने निर्वाचन आयुक्तों को सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा ‘लापता जेंटलमेन’ नाम दिए जाने के संदर्भ में कहा कि ‘हम हमेशा यहीं थे, कभी नदारद नहीं रहे.’ उन्होंने कहा, ‘अब मीम बनाने वाले कह सकते हैं कि ‘लापता जेंटलमैन’ वापस आ गए हैं.’
मुख्य चुनाव आयुक्त ने मतगणना में किसी प्रकार की हेराफेरी की संभावना से इंकार किया और कहा कि मतगणना केंद्रों पर उपद्रव करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा. चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने कहा कि भारतीय चुनावों की प्रणाली ऐसी है कि इसमें चुनाव के बाद भी जांच की गुंजाइश होती है. उन्होंने कहा कि हमने इस चुनाव में निष्पक्षता से काम किया और कई दलों के प्रतिनिधिमंडलों की ओर से उठाए गए सभी मुद्दों को हल किया गया. राजीव कुमार ने कहा, ‘2024 के चुनाव के दौरान नकदी, मुफ्त में बांटी जाने वाली वस्तुओं, ड्रग्स और शराब सहित 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती की गई, जबकि 2019 में 3,500 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी.’
चुनाव के बाद भी यूपी और बंगाल में तैनात रहेंगे सुरक्षा बल
चुनाव में झड़पों को लेकर राजीव कुमार ने कहा कि मतदान के बाद संभावित हिंसा को रोकने के लिये पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में सुरक्षा बालों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि इलेक्शन के दौरान हमने ‘डीप फेक’ और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा तैयार की गयी बनावटी सामग्री की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण किया. चुनाव आयुक्त ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के दौरान सभी विकास कार्य रुक जाते थे. निर्वाचन आयोग ने 95-98 फीसदी परियोजनाओं में अर्जियां मिलने के 48 घंटे के भीतर अनुमति दी.
राजीव कुमार बोले- 39 जगहों पर ही हुई दोबारा वोटिंग
कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए करीब चार लाख वाहनों, 135 विशेष ट्रेनों और 1,692 उड़ानों का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने कहा, ‘2024 के आम चुनाव में केवल 39 पुनर्मतदान हुए जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे.’ सीईसी ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में चार दशकों में सबसे अधिक मतदान हुआ- कुल मिलाकर 58.58 प्रतिशत और घाटी में 51.05 प्रतिशत. उन्होंने कहा, ‘2024 के चुनाव के दौरान नकदी, मुफ्त में बांटी जाने वाली वस्तुओं, ड्रग्स और शराब सहित 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती की गई, जबकि 2019 में 3,500 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी.’