नई दिल्ली। सुपरटेक बिल्डर की ओर से बनाए गए नोएडा के ट्विन टावरों (Noida Twin Tower) को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की वजह से गिरा दिया गया. एमराल्ड कोर्ट (Emrald Court) के पास बने इन टावरों को गिराए जाने के 5 दिन बाद ही सुपरटेक के चेयरमैन आर के अरोड़ा ने कहा है कि वह उसी जगह पर एक नया हाउसिंग प्रोजेक्ट तैयार करना चाहते हैं. उनका कहना है कि इस प्लॉट का मालिकाना हक सुपरटेक (Supertech) के पास है और नोएडा अथॉरिटी ने उसे ग्रुप हाउसिंग सोसायटी बनाने की अनुमति भी दी थी.
आर के अरोड़ा ने कहा है, ‘जमीन हमारी ही है और हम जल्द ही नोएडा अथॉरिटी के पास नया प्लान जमा कराएंगे. अगर इसके लिए एमराल्ड कोर्ट के RWA की सहमति की भी ज़रूरत होगी तो हम वह भी हासिल करेंगे.’ आपको बता दें कि एमराल्ड कोर्ट के RWA ने ही ट्विन टावरों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी थी और आखिर में उसे जमींदोज करवाकर ही माने.
RWA का दावा- हम तय करेंगे क्या बनेगा
वहीं, सुपरटेक के चेयरमैन आर के अरोड़ा का कहना है कि मौजूदा नियमों के मुताबिक, हम वहां हाउस प्रोजेक्ट बना सकते हैं. वह कहते हैं, ‘जिसकी भी अनुमति मिलेगी, हम वही प्रोजेक्ट बनाएंगे. हम वहां ग्रुप हाउसिंग सोसायटी बना सकते हैं.’ दूसरी तरफ, एमराल्ड कोर्ट के RWA प्रेसीडेंट यूबीएस तेवतिया का कहना है कि इस जमीन का इस्तेमाल कैसे होगा ये हम तय करेंगे सुपरटेक नहीं.
तेवतिया का कहना है, ‘यह जमीन हमारी है और हमारी अनुमति के बिना डेवलपर कुछ नहीं कर सकते,. RWA की मीटिंग बुलाई जाएगी और तय किया जाएगा कि इस जमीन का क्या करना है. इसी के हिसाब से हम नोएडा अथॉरिटी से परमिशन लेंगे. प्रोजेक्ट को बनाने के लिए जो भी पैसा लगेगा वह भी RWA ही लगाएगा.’
मंदिर या पार्क पर भी विचार कर सकता है RWA
रिपोर्ट के मुताबिक, एमराल्ड कोर्ट में रहने वाले लोगों की राय है कि खाली हुई जमीन पर बच्चों के लिए पार्क या कोई मंदिर बना दिया जाए. हालांकि, अभी इस पर RWA की आम सहमति नहीं बनी है. RWA की मीटिंग में 560 सदस्यों के बीच इस पर चर्चा होगी और बहुमत हासिल होने के बाद ही किसी एक पर सहमति बन सकेगी. हालांकि, सुपरटेक के दावे से लग रहा है कि जमीन के हक को लेकर कानूनी दांवपेच का खेल फिर से शुरू हो सकता है.