
तेलंगाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का नाम लिए बिना उन पर भ्रष्टाचार और वंशवादी राजनीति का आरोप लगाते हुए उन पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि राज्य को ‘लोग पहले, परिवार पहले नहीं’ वाली सरकार (Government) की जरूरत है.
पीएम ने कहा कि कई लोग उनसे पूछते हैं कि बहुत मेहनत करने के बावजूद वह कैसे नहीं थकते. उन्होंने कहा, “मैं थकता नहीं हूं क्योंकि हर दिन मैं 2-3 किलो गालियां खाता हूं. भगवान ने मुझे ऐसा आशीर्वाद दिया है कि यह मेरे अंदर पोषण में बदल जाता है.” उन्होंने कहा, “मोदी को गाली दीजिए, बीजेपी को गाली दीजिए .
पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “मेरा तेलंगाना के कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत अनुरोध है. हताशा, भय और अंधविश्वास के कारण कुछ लोग मोदी (Modi) के लिए सबसे अच्छी गालियों का इस्तेमाल करेंगे. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इन युक्तियों से भटकें नहीं.”
पीएम ने केसीआर के अंधविश्वास पर भी कटाक्ष किया, जिसमें दावा किया गया कि सभी महत्वपूर्ण निर्णयअंधविश्वास के आधार पर लिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि यह सामाजिक न्याय में सबसे बड़ी बाधा है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना के सीएम कार्यालय का स्थान, मंत्री के रूप में किसे चुनना है आदि फैसले अंधविश्वास के सहारे लेते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि जांच एजेंसियां उनके भ्रष्टाचार की जांच करेंगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने डिजिटल ट्रांसेक्शन और ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा दिया. इससे भ्रष्टाचार पर काफी हद तक कम हो गया है. क्योंकि, इससे सभी की असलियत सामने आ जाएगी. ऑनलाइन ट्रांसेक्शन से सरकार और जनता के बीच सीधी लिंक बन जाती है.
पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना सूचना प्रौद्योगिकी का केंद्र है. लेकिन इस आधुनिक शहर में अंधविश्वास को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो बहुत दुखद है. अगर तेलंगाना को विकसित करना है, अगर हमें इसे पिछड़ेपन से उठाना है, तो पहले हमें यहां से अंधविश्वास को हटाना होगा.
उन्होंने केंद्र की किफायती आवास योजना में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “केंद्र के तमाम प्रयासों के बावजूद तेलंगाना सरकार पीएम आवास योजना में परेशानी खड़ी कर रही है. इस सरकार ने तेलंगाना के लोगों के सिर पर छत होने की खुशी से वंचित कर दिया है.”