
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों की बस पर हमला कर दिया. ये बस श्रद्धालुओं को लेकर शिवखोड़ी गुफा तीर्थस्थल से कटरा लौट रही थी. हमले के बाद बस गहरी खाई में जा गिरी. इस आतंकी हमले में तीन महिलाएं सहित 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 32 लोग घायल हो गए. अब जानकारी आ रही है कि बस पर हमले करने वाले आतंकी पहाड़ी इलाके में छुपे हुए हैं. ये आतंकी ग्रुप पिछले एक महीने में राजौरी और पुंछ में कई हमले कर चुके हैं. सूत्रों ने यह भी बताया कि हमले में 2-3 आतंकी शामिल थे.
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार शाम को करीब छह बजकर 10 मिनट बजे रियासी जिले के पौनी इलाके में आतंकवादियों ने एक तीर्थयात्रियों की बस को निशाना बनाया. हमले के बाद बस खाई में जा गिरी. इस बस से तीर्थयात्री शिवखोड़ी से कटरा माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी.
NIA करेगी जांच
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने इस हमले की जांच NIA से कराने का फैसला किया है. आतंकी हमले की जांच के लिए NIA की टीम जम्मू-कश्मीर के रियासी रवाना हो गई है. एनआईए ने एसपी लेवल के अधिकारी स्पॉट पर पहुंचकर जांच करेंगे. एनआईए की फॉरेंसिक टीम भी मौके पर जाएगी.
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि तीर्थयात्रियों पर हुए नृशंस आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा. रविवार को दूसरी बार केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद शाह ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन से बात की और आतंकी हमले के बाद स्थिति का जायजा लिया.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमले के बाद की स्थिति का जायजा लिया और उन्हें लगातार स्थिति की निगरानी करने और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. इस जघन्य कृत्य के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें जल्द ही दंडित किया जाएगा.
जारी है सर्च ऑपरेशन
जानकारी के मुताबिक, बस पर हमला करने वाले ये वहीं आतंकवादियों का ग्रुप है, जो राजौरी, पुंछ और रियासी के ऊपरी इलाकों में छिपा हुआ है. रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन के कॉर्डिनेट करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे रियासी के उपायुक्त विशेष पॉल महाजन ने बताया कि मृतकों में तीन महिलाएं शामिल हैं. चार लोगों के शव घटनास्थल के पास स्थित अस्पताल में हैं. उन्होंने बताया कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि मृतकों में से किसी को गोली लगी है या नहीं.