
पटना . बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गुरुवार को विधानसभा में टिप्पणी ‘जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बनाना मेरी मूर्खता थी’ के खिलाफ शुक्रवार को भाजपा, हम समेत एनडीए विधायकों ने दिनभर विधानसभा में हंगामा किया. पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने विधानसभा शुरू होने के पहले एनडीए विधायकों के साथ धरना दिया.
विधानमंडल की कार्यवाही आरंभ होने के पहले प्रवेशद्वार पर एनडीए विधायकों ने प्रदर्शन किया, नारेबाजी की. फिर दोनों सदनों में जोरदार हंगामा किया. उन्होंने मुख्यमंत्री पर एक वरिष्ठ दलित नेता के अपमान का आरोप लगाया, साथ ही उनके इस्तीफे और माफी मांगने की भी मांग की. मांझी के साथ धरना में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद आदि शामिल थे. बाद में कुछ देर के लिए यह धरना विधानसभा के पोर्टिको में भी चला.
सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी विधायक वेल में आ गए. विपक्ष के रुख को देखते हुए सत्तापक्ष के विधायकों ने भी अपने आक्रामक तेवर दिखाए. एनडीए द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ जब विधानसभा लॉबी में प्रदर्शन चल रहा था, उसी दौरान सत्तापक्ष (महागठबंधन) के विधायकों ने पोस्टर लेकर प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, विधानसभा के अंदर एनडीए विधायकों के वेल में उतरने के बाद सत्तापक्ष के विधायक भी नारेबाजी करते हुए कुछ देर के लिए वेल में आ गये. स्थिति तनावपूर्ण बनता देख विधानसभा अध्यक्ष अवध विहारी चौधरी ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
लड्डू खिलाने को लेकर सत्तापक्ष व विपक्ष में नोकझोंक आरक्षण का दायरा बढ़ने की खुशी में राजद विधायकों ने शीत सत्र के अंतिम दिन विधानसभा परिसर में खुशी मनाई. एक-दूसरे को गुलाल भी लगाए. इसी दौरान धरना पर बैठे एनडीए विधायकों को राजद विधायक मुकेश रोशन लड्डू खिलाने पहुंचे. इस पर भाजपा विधायक लखेंद्र कुमार आक्रोशित हो गए और उन्हें चले जाने को कहा. उनके बीच नोकझोंक भी हुई और लड्डू नीचे गिए गए. अन्य विधायकों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया.
‘सीएम के खिलाफ की जा रही साजिश’
पटना बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कोई साजिश कर रहा है. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि मुख्यमंत्री के खाने में कोई ऐसा पदार्थ मिला रहा है, जिससे उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है. इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए कि आखिर कौन अपने फायदे के लिए ऐसी हरकत कर रहा है. शुक्रवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से मांझी ने कहा कि दिवाली के बाद वह राष्ट्रपति और केंद्रीय गृह मंत्री से मिलकर बिहार सरकार को बर्खास्त करने तथा राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करेंगे.
अनुमोदन के बाद लागू होगा नया आरक्षण
आरक्षण का दायरा 60 से 75 फीसदी बढ़ाने संबंधी विधेयक बिहार विधानसभा तथा विधान परिषद से पारित हो गया. पदों एवं सेवाओं की रिक्तियों में आरक्षण (अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों एवं अन्य पिछड़े वर्गों के लिए) (संशोधन), बिल 2023 को अब राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. राज्यपाल की मंजूरी मिलते ही यह राज्य में लागू हो जाएगा.
आरक्षण विधेयक विधान परिषद से पास
शुक्रवार को बिहार विधान परिषद से आरक्षण संशोधन बिल पास हो गया. दूसरी पाली में सरकारी नौकरियों तथा शैक्षिक संस्थानों में आरक्षण समेत कुल पांच विधेयक पेश हुए. सभी सर्वसम्मति से पास हो गए. शुक्रवार को विधानपरिषद में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार पदों एवं सेवाओं की रिक्तियों में आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 सदन में प्रस्तुत किया. इस पर पक्ष-विपक्ष दोनों ने सहमति जताई.