
कई त्योहारों के साथ, फूलों की मांग भी बढ़ रही है. ‘श्रवण मास’ की शुरुआत के बाद भी फूलों की मांग में भारी वृद्धि देखी जा रही है जिसने बाजार में अधिकांश फूलों की कीमत को धक्का दिया है.
यहां तक कि श्रावण मास के दौरान भी, नाग पंचमी, वरहामा लक्ष्मी पूजा, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी और अन्य त्योहारों जैसे त्योहार भी मनाए जाते हैं. चूंकि मानसून के दौरान फूलों की कटाई कम होती है, इसलिए फूलों की कीमतें भी बढ़ जाती हैं.
बाजार में फूल 80 रुपये से लेकर 600 रुपये प्रति किलो तक बिक रहे हैं. फूल विक्रेताओं के मुताबिक पिछले सप्ताह की तुलना में रेट में करीब 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
गेंदा, गुलछाड़ी और शेवंती के फूलों की बाजार में सबसे ज्यादा मांग है. मोगरा के दाम में भी तेज उछाल देखने को मिला है. एक उपभोक्ता रचना पाटिल ने कहा, “इस साल, उन्हें फूलों पर अधिक खर्च करना पड़ रहा है और इससे बजट प्रभावित हो रहा है.
फूल की दर (प्रति किलो)
गुलछाड़ी : 80- 200 रुपये,
गेंदा : 30- 80 रुपये
शिवानी: 50 रुपये- 120 रुपये
गुलाबगड्डी: 20 रुपये – 50 रुपये
डच गुलाब 10 से 20 रुपये प्रति पीस
कार्नेशन : रु. 60- रु. 100
आर्किड- 400 रुपये – 500 रुपये
मोगरा – 500- 600 रुपये.