
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक भाभी ने अपने देवर के साथ अवैध संबंध के चलते अपने जेठ के 10 वर्षीय बेटे विक्रम कुमार की गला काटकर हत्या कर दी। इस हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है और इसमें शामिल आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता कोई और नहीं बल्कि खुद विक्रम की चाची रागिनी देवी (काल्पनिक नाम) निकली। रागिनी का अपने देवर के साथ अवैध संबंध था। जब विक्रम के पिता और रागिनी के जेठ सुशील को इस बात का पता चला, तो उन्होंने पंचायत बुलाई और देवर को दिल्ली भेजकर रागिनी से दूर कर दिया।
अपने प्रेमी देवर से अलग होने के बाद रागिनी गुस्से से भर उठी और उसने अपने जेठ सुशील से बदला लेने की ठान ली। बदला लेने के लिए रागिनी ने अपने पड़ोस में रहने वाले प्रहलाद शाह के परिवार से हाथ मिलाया, जिनका सुशील के साथ पिछले 4 सालों से जमीनी विवाद चल रहा था।
कैसे दिया हत्या को अंजाम?
हत्या की योजना के तहत, रागिनी खुद विक्रम को घर से बाहर लेकर गई और साथ में सब्जी काटने वाली फहसूल (हसिया) भी ले गई। इसके बाद, रागिनी, पुनीती और विद्यापति कुमार नामक व्यक्तियों ने विक्रम को एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसकी गला काटकर हत्या कर दी।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल चाची रागिनी देवी, पुनीती देवी और उनके बेटे विद्यापति कुमार को एनएच 77 पर स्थित गोपालपुर बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किए गए हथियार फहसूल और खून से सनी साड़ी को भी बरामद कर लिया है। फिलहाल, सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पुलिस का बयान
इस मामले में एसपी ग्रामीण विद्यासागर ने बताया कि विक्रम के पिता सुशील का पड़ोसी प्रहलाद से जमीनी विवाद था। प्रहलाद की पत्नी पुनीती देवी और बेटा विद्यापति कुमार इस हत्या में शामिल थे। इन तीनों ने मिलकर विक्रम की हत्या की। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हथियार और खून से सनी साड़ी बरामद कर ली है। उन्होंने यह भी बताया कि रागिनी देवी ही घर से वह हथियार लाई थी जिससे बच्चे की हत्या हुई।