
जयपुर. मुख्य चुनाव आयुक्त ने रविवार को कहा कि इस बार चुनाव में उम्मीदवारों को अखबारों में विज्ञापन देकर अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी. यही नहीं राजनीतिक पार्टियों को इसका कारण भी बताना होगा कि ऐसे उम्मीदवार को क्यों चुना है.
जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि राजस्थान में पहली बार बुजुर्ग मतदाताओं के साथ-साथ 40 प्रतिशत विकलांग मतदाता घर से वोट दे सकेंगे. कुमार ने कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने और मतदान में आसानी बढ़ाने के लिए यह पहल की गई है. उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को राज्य की सीमा क्षेत्र, खासकर हरियाणा और पंजाब सीमा पर शराब और नकदी के परिवहन की जांच के सख्त निर्देश दिए गए हैं.
आयोग ने आला अधिकारियों संग की बैठकें आयोग ने तीन दिवसीय दौरे के दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, जिला कलेक्टरों और जिला पुलिस अधीक्षकों और अन्य अधिकारियों के साथ बैठकें कीं. बैठक के दौरान राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर चर्चा करते हुए, कुमार ने कहा कि उन्होंने पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया, झूठे हलफनामों पर कार्रवाई, सोशल मीडिया पर जातियों से संबंधित असत्यापित और अनधिकृत डेटा, मुफ्त वस्तुओं, नकदी के वितरण पर प्रभावी जांच, मतदाताओं को शराब, और महत्वपूर्ण बूथों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती पर जोर दिया. प्रतिनिधियों ने चुनाव आयोग से यह भी आग्रह किया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद सरकारों को पिछली तारीख के आदेश जारी करने से रोका जाए.
आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हों और प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदान बढ़कर 75 प्रतिशत हो जाए.